छन्नू खंडेलवाल-मांढर। छत्तीसगढ़ के मांढर के बोहरही धाम ठाकुर देव धाम मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर लगने वाले मेले के अंतिम दिन भारी भीड़ उमड़ी। मेले के अंतिम दिन एक तरफ बच्चों को लुभाने झूलों के रेट कम किए गए थे। तो वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगो ने चाट, पतासे व झूले का जमकर लुफ्त उठाया।
बोहरहीधाम ठाकुर देव मंदिर में गुरुवार से तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ हुआ था। मेले के अंतिम दिन खरीदारी भी जमकर हुई। मिठाई की दुकानों से लेकर नमनिहारी दुकान में भी महिलाओं की बड़ी संख्या में भीड़ देखने को मिली। अंतिम दिन मेले में शहरी लोगों से ज्यादा ग्रामीणों की भीड़ नजर आई। शाम होते तक पूरा परिसर लोगों से भर गया था। वही मंदिर में दर्शनार्थियों को तांता लगा रहा तो वहीं मेला परिसर में जेब कतरे भी सक्रिय रूप से दिखाई दिए।
हाथों में लिखवाए नाम
मेले में कई महिलाओं व पुरुषों ने अपने हाथों में अपने पति का किसी ने अपनी मॉ का नाम खुदवाया। इसके लिए भी विशेषकर युवतियों में ज्यादा क्रेज देखने को मिला। इसके अलावा मेहंदी लगाने के लिए भी होड़ से मची हुई थी। मनियारी के थेले व दुकानों पर महिलाओं की भीड़ देखने को मिली।
होली के लिए सजी नगाड़े की दुकान
मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में होली की त्यौहार नजदीक है। जिसके चलते मेला स्थल पर नगाड़े की दुकान सजी हुई नजर आई गांव के कई समिति के सदस्य नगाड़े खरीदी करने के लिए मोल भाव करते नजर आए वही कोरंगी गांव से आए दुकानदार का दुर्गेश मिर्जा ने बताया कि पूरे मेला परिसर में नगाड़े कि चार जगह अलग-अलग दुकान लगाएं है. हमारे यहां 75 रूपए जोड़ी से लेकर 15 सौ तक के नगाड़े उपलब्ध हैं। लेकिन इस बार नगाड़े की मांग कम दिखाई दे रही है। इस तीन दिवसीय मेले में मुश्किल से 50 हजार रुपए तक की नगाड़े की बिक्री हो पाई है। एक समय ऐसा था कि दो-दो लाख तक की नगाड़े की बिक्री होती थी। लेकिन अब धीरे-धीरे नगाड़े की मांग घट रही है ।