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रायपुर के मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोला तिहार का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर महतारी वंदन योजना की राशि 70 लाख महिलाओं के खाते में को एक-एक हजार ट्रांसफर किए जाएंगे। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लोकपर्व तीजा-पोला तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास को महिलाओं के लिए मायके तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोला तिहार की धूमधाम से तैयारी की गई है, जहां प्रदेश की पारंपरिक संस्कृति और रीति-रिवाजों की झलक सजावट के माध्यम से देखने को मिल रही है। इसके अलावा महतारी वंदन योजना की राशि 70 लाख महिलाओं के खाते में को एक-एक हजार ट्रांसफर किए जाएंगे। 

दरअसल तीजा-पोला तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में महिलाओं के लिए खास उत्सव का आयोजन किया गया है। जहां पर धूम-धाम से तीजा-पोला का पर्व मनाया जाएगा।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में पारंपरिक छत्तीसगढ़िया व्यंजन परोसे जाएंगे। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें बैल पूजा का विशेष पूजा होगी। इसके अलावा प्रदेश की इसके अलावा महतारी वंदन यूज की राशि 70 लाख महिलाओं के खाते में को एक-एक हजार ट्रांसफर किए जाएंगे। सीएम साय ने प्रदेशवासियों को तीजा और पोला तिहार की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह त्यौहार हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवंत रखने का प्रतीक है।

तीजा-पोला तिहार 

तीजा-पोला तिहार महिलाओं के मायके आने और अपने रिश्तों को संवारने का त्योहार है। तीजा तिहार के दौरान महिलाएं उपवास करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है। यह त्योहार महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह उनके रिश्तों और संस्कृति के प्रति उनकी आस्था को मजबूत करता है। पोला त्योहार किसानों और पशुधन के सम्मान का पर्व है। इस दिन बैलों की पूजा की जाती है, जो कृषि में किसानों के महत्वपूर्ण सहयोगी होते हैं। मिट्टी के बैल और पारंपरिक खिलौनों से सजावट की जाती है, जो बच्चों और परिवार के बीच खुशी का माहौल पैदा करती है। यह तिहार प्रदेश की ग्रामीण संस्कृति और जीवनशैली का एक हिस्सा है।

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महतारी वंदन योजना की राशि जारी होगी 

मुख्यमंत्री निवास से 70 लाख महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपए का अंतरण किया जाएगा। इस विशेष अवसर पर,मुख्यमंत्री निवास में पारंपरिक छत्तीसगढ़िया व्यंजन परोसे जाएंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें बैल पूजा का विशेष आयोजन भी शामिल है। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जो छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेंगे।

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