बिलासपुर। कोल स्कैम मामले में भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय की जांच में पता चला है कि अपराध से होने वाली आय से देवेंद्र यादव ने 3 करोड़ रुपए लिए हैं। जांच रिपोर्ट में कवि कुमार विश्वास और पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर का भी जिक्र आया है। गौरतलब है कि, मंगलवार को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट को ईडी ने बताया कि, वॉट्सऐप चैट से पता चलता है कि देवेंद्र यादव को सूर्यकांत तिवारी से 35 लाख रुपए मिले। यह भी पता चला है कि सूर्यकांत से उन्होंने राम नवमी पर कुमार विश्वास का कार्यक्रम कराने और 25 लाख रुपए की व्यवस्था करने के लिए कहा था।
ईडी ने बताया कि, गिरफ्तार एक अन्य आरोपी निखिल चंद्राकर मुख्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी का करीबी सहयोगी है। उसने अपने बयान में कहा है कि डायरी में डी यादव के नाम की एंट्री मिलाई के वर्तमान विधायक देवेंद्र यादव से संबंधित है। यह भी बताया है कि यह कैश उन्हें पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के घर के पास नवाज नाम के व्यक्ति के जरिए सौपी गई थी। ध्यान रहे की रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने 2 मार्च को विधायक देवेंद्र यादव, कांग्रेस नेता विनोद तिवारी और आरपी सिंह के खिलाफ दूसरा जमानती वारंट जारी किया था। समी आरोपियों को 27 मार्च को कोर्ट में हाजिर होने को कहा गया है। हालांकि देवेंद्र यादव ने अनुपस्थिति को माफ करने के लिए आवेदन किया, लेकिन कोर्ट ने आवेदन खारिज कर दिया था। इसके बाद वे अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे थे, लेकिन वहां भी मंगलवार को कोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया। ऐसे में विधि जानकारों का कहना है हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत अर्जी खारिज होने बाद रायपुर के स्पेशल कोर्ट यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर सकता है।
ये बनाए गए हैं आरोपी
इस मामले में रानू साहू निखिल चंद्राकर के अलावा विनोद तिवारी, देवेंद्र यादव, चंद्रदेव राय आरपी सिंह, रोशन सिंह, पीयूष साहू नवनीत तिवारी, मनीष उपाध्याय, नारायण साहू आरोपी बनाए गए हैं। नारायण साहू और पीयूष साहू दोनों ही सूर्यकांत तिवारी के स्टाफ हैं। रानू साहू और निखिल चंद्राकर के अलावा इनमें से किसी एक को भी गिरफ्तार नहीं किया | गया है।