रायपुर। छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश से फसलों को काफी नुकसान हो रहा है। इसकी वजह से किसान काफी परेशान हैं। सरकार ने मुआवजा देने की बात कही है, जिसके लिए राजस्व विभाग ने फसल क्षति का सर्वे भी किया था।
उल्लेखनीय है कि, पिछले कुछ दिनों से बेमौसम बारिश हुई। बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है, इस वजह से किसानों की मुसीबतें बढ़ी है। सरकार ने आपदा पीड़ितों को मुआवजा देने की बात कही है। राजस्व विभाग ने फसल क्षति का सर्वे कर लिया है। बेमेतरा, कवर्धा, दुर्ग, मुंगेली और धमतरी जिले के किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। राजस्व विभाग ने वित्त विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है। वित्त विभाग की मंजूरी के बाद 2 लाख किसानों को 168 करोड़ मुआवजा दिया जाएगा।
पहले भी हुई थी फसल बर्बाद
इससे पहले भी बेमौसम बरसात ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। जिसे लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने ट्वीटर पर पोस्ट कर कहा था कि, बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलों को हानि हुई है। इससे किसान भाइयों को मायूस होने की जरूरत नहीं है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और हमारी सरकार किसानों के हितों के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।
बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलों को हानि हुई है। पर इससे किसान भाइयों को मायूस होने की जरूरत नहीं है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) March 19, 2024
हमारी सरकार किसानों के हितों के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।
पूर्व सीएम ने भी की थी मुआवजे की मांग
बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भी सरकार से मुआवजे की मांग की थी। उन्होंने अपने X अकॉउंट पर ट्वीट कर लिखा था कि, राजनांदगांव व कवर्धा ज़िलों सहित पूरे छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुक़सान पहुंचा है। राज्य सरकार से अनुरोध है कि किसानों को तत्काल मुआवजा दिया जाए। यथाशीघ्र नुक़सान का आंकलन करके बीमा की राशि भी दिलवाई जाए।
राजनांदगांव व कवर्धा ज़िलों सहित पूरे छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुक़सान पहुंचा है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 19, 2024
राज्य सरकार से अनुरोध है कि किसानों को तत्काल मुआवजा दिया जाए। यथाशीघ्र नुक़सान का आंकलन करके बीमा की राशि भी दिलवाई जाए।
प्रदेश में हुई थी बारिश
घने बादलों के साथ तेज बारिश शुरू हुई थी। लगभग आधे घंटे तक अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे। कोरबी पसान क्षेत्र में बारिश के साथ बर्फ गिरने से सड़क, आंगन, खेत में बर्फ की चादर सी बिछ गई। बारिश के साथ ओले गिरने से फसलों को खासा नुकसान पहुंचने की आशंका है। कोरबी-चोटिया क्षेत्र में तेज आंधी, तूफान के मध्य बारिश और ओले गिरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है। गेहूं, आम, चार और मौसमी हरी सब्जियां नष्ट हुई हैं।