रायपुर। गुढ़ियारी बिजली सब स्टेशन के गोदाम में आग लगने के कुछ घंटे बाद कृष्णानगर कालोनी के 40 से अधिक परिवारों को जान के भय से अपना घर छोड़ना पड़ा। घर पर ताला लगाकर सभी घरों के परिवार दूसरे कालोनियों में अपने रिश्तेदार व परिचितों के यहां रहने चले गए थे। इनमें से कई परिवार रात 8 बजे के बाद आग पर काबू पाने के बाद वापस अपने घर लौट आए, वहीं कुछ परिवार घटना के दूसरे दिन सुबह घर लौटे।
हरिभूमि से बातचीत करते हुए नूतन साहू ने बताया कि, घटना के समय वह अपने तीन बच्चों के साथ घर पर थी। धमाकों की आवाज एवं आग की उठी भीषण लपटें देखकर वह काफी डर गई थी। कालोनी में भी भगदड़ की स्थिति थी। इसलिए वह भी अपने बच्चों को लेकर अपने मायके चली गई थी। वापस लौटी तो पता चला कि उसके घर की छत में लगी पानी टंकी और पाइप आग के कारण पिघलकर खराब हो चुके हैं।
जले ऑइल की बदबू ने दोपहर से देर रात तक किया लोगों को परेशान
इस घटना में गोदाम में रखा हजारों-लाखों लीटर ऑइल भी जला है। इसके कारण आग की उठती लपटों के धुए में जले ऑइल की बदबू भी फैल गई। घटना के बाद से देर रात तक कृष्णा नगर सहित आसपास के कई कालोनियों व मोहल्लों में जले ऑइल की बदबू से लोग परेशान होते रहे।
हड़बड़ी में घर से सिर्फ गैस सिलेंडर निकाल पाए
कृष्णा नगर निवासी कपिल शर्मा ने बताया कि, गोदाम में भीषण आग लगने और जोरदार विस्फोटों की आवाज सुनकर कालोनी में दहशत का माहौल था। आग उनके घर में न लग जाए इस डर से सभी लोग अपनी जान बचाकर घरों में ताला लगाकर भागने लगे थे। इस भागमभाग में लोग सिर्फ घरों का गैस सिलेंडर ही बाहर निकाल पाए। इसे भी सभी लोग यह सोचकर बाहर निकाला कहीं आग की लपटें घर के रसोई में रखे सिलेंडर तक न पहुंच जाए। इसके कारण उनके घर में भी विस्फोट हो सकता है।
दूसरे दिन भी बंद रही कई इलाकों में बिजली
घटना के बाद क्षेत्र के कई इलाकों की बिजली बंद हो गई थी। इनमें से कुछ इलाकों में देर रात को बिजली सप्लाई शुरू हो गई, लेकिन कृष्णा नगर व उसके आसपास कुछ इलाकों में दूसरे दिन भी बिजली संबंधी काम जारी होने के कारण बिजली दिनभर बंद रही।