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मरवाही रेंज में आतंक मचाने वाले भालू की बिलासपुर के कानन पेंडारी में इलाज के दौरान मौत हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में भालू ने कई लोगों पर हमला कर अपना शिकार बनाया था।

आकाश पवार- पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के पेंड्रा जिले में आतंक मचाने वाले आदमखोर भालू की कानन पेंडारी में इलाज के दौरान मौत हो गई। दो लोगों की जान और पांच ग्रामीणों को घायल करने वाले भालू ने मरवाही क्षेत्र में भय और दहशत फैला दी थी। जिसके बाद वन विभाग और पुलिस की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कराकर जंगल की ओर न जाने की चेतावनी दी थी।

दरअसल मरवाही रेंज में आतंक मचाने वाले भालू की बिलासपुर के कानन पेंडारी में इलाज के दौरान मौत हो गई। दो लोगों की जान और पांच ग्रामीणों को घायल करने वाले भालू ने क्षेत्र में भय और दहशत फैला दी थी। वन विभाग और पुलिस की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कराकर जंगल की ओर न जाने की चेतावनी भी  दी थी। जिसके बाद भालू की गतिविधियों की सूचना कानन पेंडारी जू को दी गई थी।  

इलाज के दौरान भालू ने तोड़ा दम 

कानन पेंडारी जू के डॉक्टर पी के चंदन के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर भालू को ट्रेंकुलाइजर गन से बेहोश कर पकड़ा था। इस दौरान भालू के शरीर में टंगिया से हमले के चार निशान मिले थे। जिसके बाद भालू को रविवार को कानन पेंडारी उपचार के लिए ले जाया गया था। जहां उसकी स्थिति लगातर बिगड़ती गई डॉक्टरों की टीम ने भालू को बचाने हर सम्भव प्रयास किया। लेकिन आखिरकार भालू ने दम तोड़ दिया। अधिकारियों की मौजूदगी में भालू का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया।

 

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