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बस्तर जिले के दरभा ब्लॉक का एक ऐसा गांव जहां पर आजतक कोई भी सरकारी अफसर नहीं पहुंचा। वहां पर पहली बार बस्तर वनमंडल के डीएफओ पहुंचे। 

महेंद्र विश्वकर्मा- जगदलपुर। भले ही उनकी नियुक्ति वनों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए होती हो, लेकिन ज्यादातर अफसर दफ्तरों में ठंडी हवा खाते हुए आराम से नौकरी की औपचारिकता निभाते दिखते हैं। लेकिन कुछ अफसर ऐसे भी होते हैं जो नौकरी में मिले दायित्वों को अपना कर्तव्य मानकर निभाते हैं। चंद ऐसे ही अफसरों में शुमार हुआ बस्तर वनमंडल के डीएफओ उत्तम कुमार गुप्ता का नाम। 

बस्तर जिले के दरभा ब्लॉक का एक ऐसा गांव जहां पर आज तक कोई भी सरकारी अफसर नहीं पहुंचा। वहां पर पहली बार बस्तर वनमंडल के डीएफओ उत्तम कुमार गुप्ता बिसपुर से लगभग 6.50 किमी मोटर साइकिल पर और पैदल चलकर पहाड़ियों के बीच स्थित कुडूम खोदरा गांव पहुंचे। 

पीएम सड़क के लिए एनओसी पर दी सहमति
गांव पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले पहुंच मार्ग उन्नयन कार्य के लिए PMGSY से प्राप्त आवेदन के लिए NOC जारी करने के लिए अपनी सहमति दी। ग्रामीणों से चर्चा के दौरान उनके रोजगार उपलब्धता वनोपज संग्रहण और विक्रय, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करने के लिए अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारियों को निर्देश दिया। 

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वनों और वन्य जीवों के संरक्षण के बारे में दी जानकारी 
इसके बाद उन्होंने ग्रामीणों को वनों के संरक्षण और वन्य जीवों के शिकार की रोकथाम करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस दौरान उनके साथ उप वनमण्डलाधिकारी चित्रकोट योगेश कुमार रात्रे, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी बिसपुर सुकराम नाग और परिसर रक्षक दीपक कश्यप मौजूद रहे।

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