छन्नू खंडेलवाल- मांढर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगा धरसीवां का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति के नित नए सोपान तय कर रहा है। पहले अंचलवासियों को सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा प्रदान करने के बाद अब गुणवत्तापूर्ण सृदृढ़ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सी.एच.सी. धरसीवां को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र (NQAS) और नवजात एवं बच्चों को गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदायगी के लिए ‘‘मुस्कान’’ सर्टीफिकेट दिया गया है। रायपुर जिले में सर्वप्रथम यह उपलब्धि इस स्वास्थ्य संस्थान को मिला है।
जिले में NQAS प्रमाण पत्र वाला इकलौता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
विकाखण्ड चिकित्सा अधिकारी डा. विकास तिवारी ने बताया कि, राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण (NQAS) उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दिया जाता है। गौरतलब है कि, रायपुर जिले से केवल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, धरसीवां को यह प्रमाण पत्र मिला है। खण्ड चिकित्सा अधिकारी डा. तिवारी से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के लिए जिला, राज्य और राष्ट्रीय तीन स्तरों पर मूल्यांकन होता है। अंतिम मूल्यांकन हेतु राष्ट्रीय स्तर से निरीक्षण टीम आई थी। 70 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने पर ही स्वास्थ्य संस्था को यह प्रमाण पत्र प्रदाय किया जाता है।
चाहिए था 70% मिले 82.1% अंक
मूल्यांकन में सी.एच.सी धरसीवां को NQAS में 82.1% अंक मिला है। मूल्यांकन में सुविधा उपलब्धता, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विस, क्लीनिकल सर्विस, संक्रमण रोग की रोकथाम, गुणवत्ता प्रबंधन, प्रषासकीय प्रबंधन और परिणाम शामिल किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डा. मिथलेश चैधरी के मार्गदर्शन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, धरसीवां के समस्त चिकित्सक, अधिकारी एवं कर्मचारियों के सामूहिक प्रयास और मेहनत से यह उपलब्धि हासिल हुई है।