अक्षय साहू- राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगाव जिले के ग्राम खपरी खुर्द में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गांव भर में दो दर्जन से अधिक मरीज डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। वही एक मरीज की डायरिया से मौत भी हो चुकी है। डायरिया से सभी ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। गन्दे पानी की सप्लाई की वजह से लगभग दो हफ्तों से इलाके में डायरिया महामारी फैली है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अब कुम्भकर्णीय नींद से जागा है और घर घर जाकर सर्वे कर दवाइयां वितरित की जा रही है।
राजनांदगांव के ग्राम खपरी खुर्द में धर्मेंद्र निषाद की डायरिया से मौत हो गई है। इसके अलावा इस इलाके में 25 से अधिक डायरिया के मरीजों की पहचान हुई है। जानकारी के मुताबिक करीब 2 हफ़्तों से इस इलाके में डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है। इस संबन्ध में सरपंच से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक को ग्रामीणों द्वारा अवगत कराया गया, लेकिन सरपंच ने ऊपर बात पहुंचाने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया तो स्वास्थ्य विभाग के कानों के जूं तक नहीं रेंगी ऐसे में इसका खामियाजा आमजनों को भुगतना पड़ रहा है और आज एक युवक ने अपनी जान गंवा दी। आज उसका अंतिम संस्कार किया गया।
राजनांदगाव जिले के ग्राम खपरी खुर्द में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गांव भर में दो दर्जन से अधिक मरीज डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। वही एक मरीज की डायरिया से मौत भी हो चुकी है. @RajnandgaonDist #Chhattisgarh #Diarrhea pic.twitter.com/kG9Ns0SKTW
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 3, 2024
ग्रामीण बोला- शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दे रहा प्रशासन
युवक की मौत के बाद कुंभ करनी नींद में सोया प्रशासन जागा और स्वास्थ्य विभाग ने यहां शिविर लगाकर जहां चार इलाज शुरू किया वहीं। भू विभाग अब गांव के जल स्रोतों के सैंपल लेकर जांच कर रहा है और क्लोरीनेशन किया जा रहा है। खपरी खुर्द निवासी गिरवर साहू ने बताया कि गांव, में डायरिया फैला हुआ है। इस संबंध में हमने सरपंच से भी शिकायत की और प्रशासन से मदद लेने की बात कही लेकिन उसे पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
चिकित्सा सहायक बोले- सप्ताहभर पहले बांटी गई थी दवाइयां
इस संबंध में डूमरडी कला के ग्रामीण चिकित्सा सहायक गोपाल भानुशाली ने बताया कि, जहां लंबे समय से डायरिया की शिकायत मिल रही थी। जिस पर आज हमने गांव के सभी घरों में जाकर सर्वे किया तो हमें 6 कैसे मिले हैं। इसके पहले एक सप्ताह पहले भी यहां दवाइयां वितरित की गई थी। एक युवक सीरियस कंडीशन में 8-10 दिन से एक निजी अस्पताल में एडमिट था जिसकी डायरिया से मौत हो गई है। मौसम का बदला हुआ मिजाज जन सामान्य के लिए बहुत खतरनाक साबित हो रहा है।
अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या
आपको बता दें कि, बारिश के सीजन में दूषित पानी समेत कई कारण सो डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। प्रदेश के कई इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है। जिस कारण से लोगों को मुश्किलों का भी सामना करना पड़ रहा है। वहीं अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। इसे लेकर पीएचई विभाग और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है। जहां पीएचई द्वारा गन्दे पानी की सप्लाई की जा रही है, वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार शिकायतों के बावजूद केवल दवाइयों का वितरण कर औपचारिकता मात्र की कार्रवाई की गई।