रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया का एक सामुदायिक भवन पर कब्जा होने के मामले में दो दिन से नगर निगम में हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच पूर्व मंत्री शिव डहरिया और उनकी पत्नी शकुन डहरिया को बड़ा झटका मिला है। नगर-निगम ने उन्हें 72 घंटे के भीतर भवन को कब्जा मुक्त करने नोटिस जारी किया है।
नगर निगम ने राजश्री सद्भावना समिति की अध्यक्ष शकुन डहरिया को नोटिस जारी किया है। नोटिस ने निगम समिति के आधिपत्य को विधि विरुद्ध बताया है और कहा है कि, राजश्री सद्भावना समिति को आधिपत्य नहीं दिया गया है। इसलिए 72 घंटे के भीतर उन्हें भवन खाली करने को कहा गया है। पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने इस पर दावा किया था। निगम ने खारिज कर दिया है, जिसमें शिव डहरिया ने MIC से स्वीकृति मिलने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि, प्रस्ताव सामान्य सभा से पारित नहीं हुआ था।
यह है पूरा मामला
पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया पर रायपुर के शताब्दी नगर स्थित सामुदायिक भवन पर कब्ज़ा करने का आरोप लगा है। पूर्व मंत्री की पत्नी की यहां इतनी चलती है कि, उन्होंने भवन के रंगरोगन पर 1 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। यहां आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है। ये सामुदायिक भवन किसी सचिव के कार्यालय से कम नहीं है। आलम ये है कि आमसभा में इस मुद्दे पर खूब हंगामा होने के बाद सभापति प्रमोद ने पूर्व मंत्री का नाम चर्चा से विलोपित कर दिया। इस यहां 50 लाख रुपये से ज्यादा लगभग 1 करोड़ रुपए की लागत से एलईडी टीवी, वार्डरोब, फ्रिज, अलमारी, वाशिंग मशीन, कम्प्यूटर,कंप्यूटर प्रिंटर सहित तमाम वो सुविधाएं हैं।
शिव डहरिया ने दी सफाई
पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया पर सामुदायिक भवन कब्जा का आरोप लगने के बाद इस पर अपनी सफाई देते हुए उन्होंने कहा है कि, ये एमआईसी से स्वीकृत हुआ है। महापौर के दस्तखत भी हुए हैं। सरकारी जमीन पर नहीं बनाया गया, जमीन सोसायटी की है। सोसायटी के जरिए समिति के पास दिया गया है, मुझे लगातार टारगेट किया जा रहा है।