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तिरुपति बाला जी मंदिर के श्री प्रसाद से जुड़े विवाद के बाद छत्तीसगढ़ में भी खाद्य विभाग और शासन प्रशासन अलर्ट मोड में आ गए हैं। आज डोंगरगढ़ में इलायची दाने के की फैक्ट्री की जांच की गई। 

राजा शर्मा- डोंगरगढ़। तिरुपति बाला जी मंदिर के श्री प्रसाद से जुड़े विवाद के बाद छत्तीसगढ़ में भी खाद्य विभाग और शासन प्रशासन अलर्ट मोड में आ गए हैं। प्रदेश के सभी मंदिरों में प्रसाद वितरण होने वाले प्रसाद की जांच की जा रही है। इसी क्रम में राजनांदगांव जिले के सुप्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी देवी की नगरी डोंगरगढ़ में भी खाद्य विभाग चौकस हो कर जांच पड़ताल में जुटी हुई है। 

ऐसे में आस्था का विषय होने के कारण मंदिरों में बटने वाले इलाइची दाना प्रसाद बनाने वाले उद्योग में डोंगरगढ़ से 5 किलोमीटर दूर ग्राम राका में जब खाद्य विभाग की टीम पहुंची। खाद्य विभाग के अधिकारी ग्राम राका में इलायची दाना बनाने वाले उद्योग में जाकर उद्योग में बनी इलायची दाना का सेंपल टेस्टिंग के लिए ले गए।

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भ्रामक जानकारियों का मंदिर ट्रस्ट ने किया खंडन 

यह पूरा मामला राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम राका में स्थित इलायची दाना बनाने वाले उद्योग का है। जहां शासन के आदेश के बाद जिला खाद्य एवम् औषधि की टीम पहुंची। बनाए जा रहे इलायची दाना सेंपल टेस्टिंग के लिए साथ ले गए। उसके बाद से लगातार सोशल मीडिया में कई तरह की मंदिर के प्रसाद से जुड़ी भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही है। जिसका खंडन देर शाम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा किया गया। 

ट्रस्ट समिति बोली- स्वयं ही बनाते हैं भोग प्रसाद 

मां बमलेश्वरी ट्रस्ट समिति ने बताया कि, मंदिर का भोग प्रसाद उनके स्वयं के द्वारा बनाया जाता हैं और दर्शनार्थियों के द्वारा ही प्रसाद लाया जाता हैं। नवरात्र का समय है। ऐसे में इस प्रकार की भ्रामक जानकारियां फैलाना गलत है। 

उद्योग मालिक बोले- मंदिर नहीं जाता इलायची दाना 

वहीं उद्योग के मालिक मजहर ख़ान ने बताया कि, यह उद्योग मेरा पुश्तैनी काम हैं और इसे वर्ष 1985-86 में चालू किया गया था। जहां सिर्फ शक्कर की चासनी बना कर इलायची दाना बनाया जाता हैं। इसमें कोई भी केमिकल का उपयोग हमारे द्वारा नहीं किया जाता हैं और सिर्फ हम लोग सिजनेबल काम किया करते हैं। हमारे द्वारा यह प्रसाद मंदिर में नही भेजा जाता हैं। हम लोग राजनांदगांव, लोकल डोंगरगढ़ मार्केट में यह इलायची दाना बेचते हैं। जो लोग हमारे उद्योग के विषय में भ्रामक अफवाहें फैला रहे हैं वो पूर्णतः निराधार हैं, रही बात पोल्ट्री फार्म की तो वह मेरा नही है। मेरे भाई के द्वारा संचालन किया जाता हैं हमारे उद्योग से लगभग 500मीटर की दूरी पर है। जिसे कुछ लोगों द्वारा मेरे उद्योग से जोड़कर भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं। हमारे उद्योग को खाद्य विभाग से लाइसेंस भी प्राप्त हैं। 

खाद्य विभाग बोले- जांच के बाद सामने आएगी जानकारी 

पूरे मामले में खाद्य विभाग के अधिकारी डोमेंद्र ध्रुव ने बताया कि, राका में संचालित इलायची दाना उद्योग में जाकर सैंपल टेस्टिंग के लिए लेकर आए हैं। जगह पर तैयार माल पर तिथि, बैच नंबर अंकित नही पाया गया है। आगे जॉच रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो पाएगा की इसमें मिलावट हैं या नही। 
 

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