आकाश पवार-पेंड्रा। छत्तीसगढ़ में शराबी शिक्षकों करतूतें लगातार निकलकर सामने आ रही है। चाहे वह बिलासपुर जिले के मस्तूरी में एक स्कूल में बैठकर टीचर द्वारा शराब पीने का वीडियो सामने आया था। शराब पीने को लेकर पूछे जाने पर टीचर ने कहा कि कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। उसके दो दिन बाद गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के मरवाही विकासखंड के नाका गांव में पदस्थ प्रधान पाठक जलेश्वर प्रसाद साव का स्कूल के समय में मांस और मदिरा सेवन करने का वीडियो वायरल हो रहा है।
जहां शिक्षक स्कूल समय में बच्चों को पढ़ाना लिखाना छोड़कर मोहल्ले में मांस और शराब के हालात में चूर होकर अश्लील शब्दों का प्रयोग करते हुए वीडियो में नजर आ रहा है। स्कूल में जब शैक्षिक समन्वयक ध्यानसिंह वाकरे सुबह मध्यान भोजन मासिक जानकारी हेतु संकुल केंद्र नाका गया तो वहां पर प्रधान पाठक जलेश्वर प्रसाद साव संस्था में अनुपस्थित पाया गया। तब रसोईया से पूछने पर पता चला कि, गांव के ही मोहल्ले में पंच घर में स्वीपर के साथ मांस और शराब का सेवन करने की बात कही गई। जिस पर उन्हें शैक्षणिक समन्वयक के द्वारा समझाइए दी गई कि, इस तरह का कृत्य करना उचित नहीं है यह शासकीय गरिमा की विपरीत है लेकिन प्रधान पाठक नहीं माने।
जांच जारी है, दोषी पाए जाने पर होगी कार्यवाही-बीईओ
दिलीप पटेल - ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मरवाही..@GPM_DIST_CG #Chhattisgarh https://t.co/712Rf7vG2c pic.twitter.com/AVw3KQAt6e
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) March 2, 2024
वहीं इस मामले में विकासखंड शिक्षा अधिकारी दिलीप कुमार पटेल ने कहा कि, घटना की जानकारी मिली है। जांच सही पाए जाने पर शासन के नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। वहीं छत्तीसगढ़ में लगातार सरकार अच्छे शिक्षा व्यवस्था करने में लगी हुई है और इस समय शराबी शिक्षकों की वीडियो आए दिन देखने को मिल रहा है। जिस पर आप खुद सोच सकते हैं कि, इस तरह के जिम्मेदार पद पर रहकर शराबी शिक्षक स्कूल पहुंच कर स्कूल समय में मांस मदिरा का सेवन करेंगे तो बच्चों की भविष्य का क्या होगा। यह शिक्षा व्यवस्था के ऊपर सबसे बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि, इन शराबी शिक्षकों के ऊपर शिक्षा विभाग और प्रशासन के द्वारा किस तरह की कार्यवाही की जाती है।