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इस शासकीय हाईस्कूल के सैकड़ों बच्चों को परीक्षा देने पहले 10-15 किलोमीटर साइकिल चलाकर स्कूल पहुंचना होगा।

मैनपुर-हसन खान/ जगदलपुर-अनिल सामंत। वार्षिक परीक्षा के नजदीक आते ही छात्र अच्छे अंक से उत्तीर्ण होने तैयारियों में जुट जाते हैं, लेकिन दूरस्थ वनांचलों के छात्रों के समक्ष पहली चुनौती अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होना नहीं, बल्कि परीक्षा केंद्र तक पहुंचना है। प्रदेश में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां छात्रों को कई किमी की दूरी तय करके परीक्षा दिलाने जाना होगा। गरियाबंद जिले के दूरस्थ वनांचल में स्थित शासकीय हाईस्कूल के सैकड़ों बच्चों को परीक्षा देने पहले 10-15 किलोमीटर साइकिल चलाकर स्कूल पहुंचना होगा। इसका मुख्य कारण हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों की संख्या के अनुपात में परीक्षा केंद्रों की कमी है। यहां मैनपुर विकासखंड क्षेत्र में शासकीय हाईस्कूल 30 एवं हायर सेकंडरी स्कूल मात्र 13 है, जिसमें हाईस्कूल कक्षा 10वीं में दर्ज संख्या 1275 एवं हायर सेकण्डरी कक्षा 12वी में 1003 बच्चे अध्ययनरत है, जो बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे।

2278 विद्यार्थियों के समक्ष यह दिक्कत

विकासखंड शिक्षा का र्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मैनपुर विकासखंड क्षेत्र में हायर सेकंडरी स्कूल मैनपुर, इन्दागांव, गोहरापदर, अमलीपदर, कन्या अमलीपदर, सरनाबहाल, मुडगेलमाल, उरमाल, तेतलखुटी, झरगांव, धुरवागुडी, मुचबहाल, शोमा काण्डेकेला में 14 परीक्षा केंद्र हैं। जहां 30 हाईस्कूल एवं 13 हायर सेकण्डरी स्कूल, जिसमें मैनपुर, इन्दगांव, गोहरापदर, अमलीपदर, क. अमलीपदर, सरनबहाल, मुडगेलमाल, उरमाल, तेतलखुंटी झरगांव, धुरवागुडी, मुचबहाल, शोभा, क. मैनपुर, जिडार, झरियाबहरा, गरहाडीह, काण्डेकेला, आडपाथर, लाटापारा, बुरजाबहाल, गोपालपुर, देहारगुडा, कुल्हाडीघाट, बरगांव, सगडा, खरीपथरा, बिरीघाट, बजाडी, भूतबेडा के कुल 2278 छात्र-छात्राएं बोर्ड की परीक्षा दिलाने पहुंचेंगे।

बस्तर में भी 10 किमी से अधिक दूरी पर केंद्र 

बस्तर जिले में 140 हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित है। इनमें 100 स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। बस्तर संभाग के दर्जनों वनोच्छादित हाईस्कूल में अध्ययनरत बच्चों को 8 से 11 किमी की दूरी या तो पैदल या साइकिल में तय करना पड़ता है। जगदलपुर ब्लॉक अंतर्गत सुदूर वनोच्छादित ग्राम तिरिया हाई स्कूल तो बना है, लेकिन यहां के विद्यार्थी को 11 किमी दूरी तय कर परीक्षा देने पुसपाल हायर सेकेंडरी स्कूल जाना पड़ता है। एक अन्य जंगल  में बसे अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित ग्राम नेतानार हाई स्कूल शहीद गुंडाधुर के गांव में भी परीक्षा केंद्र नहीं होने से बच्चों को 10 किमी दूर नानगुर तक की दूरी अपने व्यवस्था में तय करना पड़ता है। इधर दंतेवाड़ा जिले के अतिसंवेदनशील भुसारास हाई स्कूल के विद्यर्थियो को 8 किमी दूर बड़े गुडरा हायर सेकंडरी स्कूल, समेली के बच्चों को 8 किमी दूर पालनार और चोलनार स्कूल के बच्चों को 10 किमी दूरी तय कर पालनार हायर सेकंडरी स्कूल परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने जाने की मजबूरी है।

कई बच्चे परीक्षा से होते हैं वंचित

पालकों ने चर्चा में बताया की कई बच्चे जंगल रास्ता और दूरी अधिक होने के कारण परीक्षा में शामिल भी नहीं होते, जबकि संबंधित स्कूल के प्राचार्य और शिक्षक मैनपुर विकासखंड क्षेत्र में शासकीय हाईस्कूल 30 एवं हायर सेकंडरी स्कूल मात्र 13 है, जिसमें हाईस्कूल कक्षा 10वीं में दर्ज संख्या 1275 एवं हायर सेकण्डरी कक्षा 12वी में 1003 बच्चे अध्ययनरत है, जो बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे। लगातार बच्चों को परीक्षा दिलाने के लिए हर वर्ष प्रोत्साहित करते हैं, लेकिन दूरी अधिक होने के कारण तथा कई बच्चों के पास साइकिल व अन्य संसाधन की कमी के चलते चाह कर भी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते।परीक्षा का समय प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक है। बच्चों को परीक्षा केंद्र 8:30 बजे तक पहुंचना। छात्रों को अलसुबह घर से निकलना पड़ेगा, तभी वे परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।

अधिकारियों को देंगे जानकारी

 मैनपुर के बीईओ चन्द्रशेखर मिश्रा ने बताया कि, कुछ स्कूलों की दूरी अत्यधिक होने के साथ ऐसे क्षेत्रों में यात्री बस जीप टैक्सी नहीं चलने से निश्चित रूप से बच्चों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुचने में परेशानी सामना करना पड़ता है। इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराएंगे।

मैनपुर ब्लॉक में सिर्फ 14 केंद्र 

मैनपुर ब्लॉक में परीक्षा केंद्र सिर्फ 14 हैं, जिसमें दूरस्थ वांनचल कुल्हाडीघाट, जिडार, गोपालपुर, झरियाबाहरा, देहार गुडा बरगांव, बुरजाबहाल, चिचिया, बरबहली, बिरीघाट, खरीपथरा, बजाडी, बुरजाबहाल, सागडा, आडपाथर, गरहाडीह, लाटापारा जैसे हाई स्कूलों के सैकड़ों छात्र- छात्राओं को साइकिल के माध्यम से 10-15 किलोमीटर दूरी तय कर परीक्षा केंद्र तक पहुंचना पड़ेगा। कुछ स्कूलों की दूरी अधिक होने के कारण 20 से 25 किलोमीटर तक साइकिल से पहुंचना पड़ेगा, तब कहीं जाकर ये बच्चे परीक्षा में शामिल हो पाएंगे।

स्वास्थ्य ठीक नहीं

जगदलपुर के बीईओ एमएस भारद्वाज ने बताया कि, जगदलपुर ब्लॉक में कितने परीक्षा केंद्र की दूरी कितनी है, यह अभी बताना संभव नहीं है। मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है। दो दिन बाद सूची आने के बाद चीजे स्पष्ट होगी।

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