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बजट सत्र के दूसरे दिन PDS में पिछली सरकार के दौरान गड़बड़ी को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी। विधायकों की समिति से जांच कराने की मांग उठने पर मंत्री ने सहमति जताई।

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल में PDS में गड़बड़ी का मामला गूंजा। BJP विधायक धरमलाल कौशिक ने PDS दुकानों में गड़बड़ी की जांच के संबंध में सवाल पूछा। कौशिक ने जांच रिपोर्ट, भौतिक सत्यापन के साथ कार्रवाई के संबंध में जवाब मांगा।  

सवाल का जवाब देते हुए मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि, पिछली सरकार में तय समय पर सत्यापन नहीं किया गया। इस पर धरमलाल कौशिक और अजय चंद्राकर ने कहा- आसंदी के निर्देश के बावजूद भौतिक सत्यापन नहीं किया गया, यह गंभीर बात है। इस संबंध में कार्रवाई की जानी चाहिए। इस पर स्पीकर ने कहा- आसंदी के निर्देशों का पालन होना चाहिए,   जो भी मंत्री जवाब देने आएं... उन्हें इसकी चिंता करनी चाहिए। 

विधायकों ने लगा दी सवालों की झड़ी

इसके बाद धरमलाल कौशिक ने पूछा- 216 करोड़ के चावल की गड़बड़ी कैसे हो गई?  गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी? कौशिक ने पूछा कि क्या सदन की कमेटी से मामले की जांच कराई जाएगी। तभी वरिष्ठ भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा- 216 करोड़ के घोटाले का दोषी कौन है? कितने दुकानों की जांच हुई और कितने पर कार्रवाई हुई। इसके बाद भाजपा विधायक राजेश मूणत ने भी PDS में गड़बड़ी पर सवाल पूछा। उन्होंने पूछा कि केंद्र से आया चावल कहां गया, लोग अपात्र कैसे हो गए?

मंत्री ने माना PDS में गड़बड़ी हुई है

इस पर मंत्री दयालदास बघेल ने सभी सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, मैं स्वीकार करता हूं राशन दुकानों में अनियमितता हुई है। मंत्री ने कहा- लेकिन मेरे कार्यकाल में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। यह पिछली सरकार के दौरान हुआ है। मंत्री के जवाब पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए सदन की समिति से जांच की मांग की। तब मंत्री बघेल ने विधायकों की समिति से PDS घोटाले की जांच कराने पर सहमति दी। इस प्रकार अब विधायकों की समिति PDS में हुई गड़बड़ी की जांच करेंगी।

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