देवराज दीपक - सारंगढ़। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में एक ऐसा गांव भी है, जहाँ आजादी के बाद से आज तक सड़क नहीं बन पाई है। भले ही सरकार विकास कार्यों का लाख दावा करे पर ग्राम पंचायत नावापारा का आश्रित ग्राम देवदरहा विकास कार्यों कि पोल खोल देता है।
देवदरहा के ग्रामीण आजादी के 76 साल बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यहां के ग्रामीण प्रशासन से हरदी से धनगांव मुख्य मार्ग तक पक्की सड़क बनाने बार-बार गुहार लगा रहे हैं, पर इनकी सुध लेने वाले जिम्मेदार मौन हैं। बहरहाल लोगों का आक्रोश जनप्रतिनिधियों के लिए भी है, जो चुनाव के समय आते हैं और वोट मांगते हैं। बदले में आश्वासन देते हैं कि, उनके लिए विकास का काम किया जाएगा। लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि पलटकर देखने के लिए नहीं आता। पंचायत चुनाव एक बार फिर सामने है।
सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले के ग्राम देवदरहा के लोग सड़क नहीं होने की वजह से परेशान हैं। बरसात में तो हालात और भी बिगड़ जाते हैं. @SarangarhDist #Chhattisgarh #RoadSafety pic.twitter.com/2kDVdmLrRl
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 22, 2024
इमरजेंसी के वक्त गांव तक नहीं पहुंचते वाहन
ग्रामीणों ने बताया कि, सड़क नहीं होने की वजह से यहां लोगों को कहीं भी जाने में परेशानी होती है। इसके साथ ही तबीयत खराब होने पर इमरजेंसी के वक्त वाहन से गांव से बाहर निकलना मुश्किल होता है। इस वजह से कई लोगों की जान भी जोखिम में आ चुकी है। सुविधाओं के अभाव में पलायन करने को भी मजबूर हैं। सड़क नहीं होने की वजह से गांव का विकास कार्य अवरुद्ध हो गई है,विडंबना यह कि, जनप्रतिनिधि इससे बेखबर-बेपरवाही में हैं।