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आबकारी विभाग ने अहाता का टेंडर 1 मई 2024 से 31 मार्च 2025 तक के लिए निकाला है। इस तरह अहाता 11 महीने के लिए दिया गया है। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर का गंजपारा का अहाता इतना महंगा बिका कि इसे लेकर अफसर भी भौंचक हैं। यह अहाता 94 लाख 47 हजार रुपये में बिका है, जबकि विभाग ने इसकी कीमत सिर्फ 31 लाख 15 हजार रुपये आरक्षित रखी थी। इस तरह यह अहाता तीन गुना अधिक कीमत पर ठेके पर गया है। हालांकि इधर जिसे ठेका मिला है, उन्होंने इस कीमत पर अहाता मिलने पर भी खुशी जताई है। उनका कहना है कि अहाता मिलने के बाद उसे बड़ा ऑफर भी आ चुका है, जिसे उसने ठुकरा दिया। 

प्रतिदिन 40-50 हजार कमाई तब होगा मुनाफाः अहाता को 94 लाख 47 हजार रुपये में लिया गया है।  इस राशि को 11 महीने में बांटें, तो एक माह का 8 लाख 58 हजार से अधिक रुपये होता है। इस तरह इस ठेके में मासिक कम से कम 9 से 10 लाख रुपए आय होगी, तब जाकर इससे अहाता ठेकेदार की कमाई होगी। इस तरह प्रतिदिन कम से कम 30 से 40 हजार रुपए की कमाई ठेकेदार को अहाता से करनी होगी।

अहाता का ठेका 11 माह का

आबकारी विभाग ने अहाता का टेंडर 1 मई 2024 से 31 मार्च 2025 तक के लिए निकाला है। इस तरह अहाता 11 महीने के लिए दिया गया है। इस तरह अहाता लेने वाले को एक माह का समय पहले ही कम मिला है, वहीं अहाता खुलने में अभी कुछ दिन का समय और लग सकता है। इस तरह चालू माह का एक पखवाड़ा भी गुजर जाएगा, जिसके बाद अहाता चलाने के लिए 10 माह 15 दिन का समय ही रहेगा।

बिना रिस्क के बिजनेस नहीं होता

गंजपारा अहाता के ठेकेदार अमित एक्का ने  बताया कि,  इस लाइन का मैं नहीं हूं। पहली बार शराब से संबंधित बिजनेस में अपने पैसे लगाए है। विश्वास है, अहाता से अच्छी कमाई होगी, क्योंकि ठेका को लेकर मुझे ऑफर भी आ चुका है, जिसे ठुकरा दिया हूं।

उम्मीद से अधिक महंगे में गया ठेका

उपायुक्त आबकारी रायपुर  विकास गोस्वामी ने बताया कि, गंजपारा अहाता इतना महंगे ठेके पर जाएगा, इसकी उम्मीद नहीं की थी। ठेका जिसने लिया है, उसने सोच-समझकर ही लिया होगा।

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