रायपुर। गरियाबंद मुठभेड़ में घायल महिला नक्सली का रायपुर में इलाज चल रहा था। इस दौरान उसकी मौत हो गई। महिला नक्सली पार्वती सुकमा जिले के सिलगेर की रहने वाली थी। 25 जनवरी को सिकासेर में फोर्स से मुठभेड़ के दौरान सिर पर गोली लगी थी। उसे बचाने के लिए पुलिस के जवान ने रक्तदान भी किया था।
मिली जानकारी के अनुसार, बीजापुर में सक्रिय नक्सलियों की एक टोली गरियाबंद में कमजोर पड़ी नक्सल गतिविधियों को विस्तार देने की तैयारी कर रही थी। इस दौरान मैनपुर थाना क्षेत्र के सिकासार इलाके में जवानों का सर्चिंग अभियान चल रहा था। सर्चिंग के दौरान गुरूवार की शाम जवानों की छिंदौला के जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ हुई।
फायरिंग में घायल हुई महिला नक्सली
जवानों से मिली जानकारी के अनुसार, उस वक्त 25-30 नक्सली सामने रहे। दोनों तरफ से फायरिंग हो रही थी। तीन-चार राउंड की फायरिंग के बाद नक्सली भाग गए। सर्चिंग के दौरान महिला नक्सली घायल अवस्था में मिली। प्राथमिक उपचार के बाद जवानों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
गर्दन में लगी थी गोली
महिला नक्सली की गर्दन में गोली लगने के कारण ज्यादा खून बह गया था। डॉक्टरों ने ओ पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता बताई। उसका ऑक्सीजन लेवल भी लगातार कम हो रहा था। ऐसे में जल्द से जल्द डोनर की व्यवस्था की गई। कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रदीप सिन्हा ने घायल महिला नक्सली को खून दिया था।
मेकाहारा में इलाज के दौरान तोड़ा दम
जब महिला नक्सली की हालत में थोड़ा सुधार हुआ तो उसे बेहतर इलाज के लिए मेकाहारा में शिफ्ट किया गया था। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। शव लेने के लिए महिला नक्सली के परिजन रायपुर पहुंचे हैं।