रायपुर। मानसून के पहले आए आंधी तूफान से बाधित हुई विद्युत आपूर्ति को सुधारने के लिए प्रदेशभर में बिजली कर्मी जी-जान लगाकर जुटे हुए हैं। राजधानी से 250 किलोमीटर दूर देवभोग के घने जंगल में आंधी तूफान के कारण पेड़ गिरने से बिजली तार टूट गए, जिसे विद्युत अमले ने त्वरित गति से कार्य करते हुए आधी रात को ही सुधारकर उपभोक्ताओं तक विद्युत आपूर्ति बहाल की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा जनसेवा के कार्यों को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने मौसम की चुनौतियों का सामना कर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने वाले विद्युतकर्मियों की सराहना की है।
पॉवर कंपनी के अध्यक्ष पी. दयानंद ने भी कर्मियों के साहस और समर्पण की प्रशंसा की और उन्हें इसके लिए बधाई दी, वहीं धैर्य रखने के लिए आम जनता को धन्यवाद प्रेषित किया है। रायपुर ग्रामीण क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक संदीप वर्मा ने बताया तेज आंधी तूफान और बारिश के कारण 33 केवी देवभोग फीडर लाइन फॉल्ट (बंद) हो गई। जिसे शीघ्र ही देवभोग के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा पेट्रोलिंग कार्य प्रारंभ किया गया। घने व लंबी दूरी तक के जंगल, सीमित मानव संसाधनों, हाथी व नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बावजूद विद्युत कर्मियों ने रात में ही पेट्रोलिंग कार्य जारी रखा। कार्यपालन अभियंता गरियाबंद ने अधिकारियों-कर्मचारियों को सुरक्षित रहते हुए, सुरक्षा नियमों का पालन करने के निर्देश दिए तथा सुधार कार्यों की निरतंर जानकारी लेते रहे।
विद्युत कर्मियों को कर रहे थे संपर्क
कार्यपालक निदेशक श्री वर्मा फोन पर व वाट्सएपप संदेश के माध्यम से विद्युत बहाली के लिए रात्रि में जारी विद्युत कर्मियों के लगातार संपर्क में रहे। विद्युत कर्मचारियों द्वारा नक्सल प्रभावित व हिंसक वन्य प्राणियों की मौजूदगी वाला क्षेत्र होने के बाद भी गाड़ियों और पैदल पेट्रोलिंग करते हुए, घुप्प अंधेरे में टार्च की रोशनी तथा बरसते पानी के बीच लगातार अपनी जान की परवाह किये बगैर सुधार कार्य जारी रखा। रात 10.43 बजे नाला एबी स्विच के पास पहला फाल्ट, रात 10.51 बजे बुडगेलटप्पा के पास दूसरा फाल्ट इसी प्रकार धुरवागुड़ी नाला एबी स्विच के पास रात 12.22 बजे तीसरा फाल्ट मिला। लाइनों में गिरे पेड़ों और पेड़ों की डालियों को काटकर लाइनों से अलग किया गया।