रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व राज्यसभा सांसद गोपाल व्यास के घर पहुंचकर परिवार के लोगों से मुलाकात की। गोपाल व्यास ने आज सुबह 93 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। स्व. व्यास के परिजनों मुलाकात करने डिप्टी सीएम अरुण साव, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, कलेक्टर डॉ गौरव कुमार के साथ ही अन्य बीजेपी के नेता भी पहुंचे।
मुख्यमंत्री साय ने पूर्व राज्यसभा सांसद स्व. गोपाल व्यास के अंतिम दर्शन में शामिल होकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सीएम साय ने कहा कि, व्यास छत्तीसगढ़ राजनीति के पुरोधाओं में एक थे। वे 2006 से 2012 तक छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद रहे। व्यास जी गृहस्थ रहते हुए भी महान संत थे। उनकी सरलता और सादगी ने सभी को प्रभावित किया। मुख्यमंत्री साय ने व्यास के साथ बिताए दिनों को याद करते हुए कहा कि, किसी कार्यक्रम का शुभारंभ हम फीता काट कर करते हैं, लेकिन व्यास जी कहते थे कि मुझे यह व्यक्तिगत रूप से अच्छा नहीं लगता। हमारा काम काटने का नहीं बल्कि जोड़ने का है।
AIIMS में किया गया देहदान
पूर्व राज्यसभा सदस्य गोपाल व्यास का पार्थिव देह को AIIMS में लाया गया। इस दौरान राजकीय सम्मान की साथ अंतिम सलामी दी गई। इसके बाद परिजनों ने पार्थिव देह एम्स प्रबंधन को सौंपा। इस दौरान डिप्टी सीएम अरुण साव, बृजमोहन अग्रवाल, रमेश बैस,मंत्री टंकराम वर्मा, सुनील सोनी समेत अन्य नेता रहे मौजूद रहे।
93 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
पूर्व राज्यसभा सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल व्यास का 93 साल की उम्र में निधन हो गया। गोपाल व्यास बीजेपी के सीनियर लीडर थे। व्यास 1975 से 1977 तक आपातकाल के समय रायपुर की जेल में बंद रहे थे। वहीं कुछ दिन पहले भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें सदस्यता दिलाई थी।
आरएसएस और भाजपा से जुड़े रहे
गोपाल व्यास (जन्म 15 फरवरी 1932) भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्य सभा सांसद गोपाल व्यास का आज सुबह निधन हो गया। गोपाल व्यास RSS के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे। आपातकाल के समय जेल में रहें थे गोपाल व्यास बीजेपी के सीनियर लीडर थे। वे 1975 से 1977 तक आपातकाल के दारौन रायपुर की जेल में रहे। वे जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के पूर्व छात्र हैं। वे 13 फरवरी 2019 को राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए।