जीवानंद हलधर/जगदलपुर- हरा सोना कहलाने वाला तेंदूपत्ता से इस बार बस्तर का ग्रामीण लखपति बनने जा रहा है। हर साल मई-जून के महीने में तोड़ा जाने वाला तेंदुपत्ता इस बार आदिवासियों को लखपति बना देगा। अकेले बस्तर वनमंडल में हरे सोने की तोड़ाई टारगेट से अधिक की खरीदी की गई है और चारों वनमंडल में 1 लाख 81 हजार 827 परिवारों के खातों में सीधे ऑनलाइन करोडों रुपये ट्रांसफर किये जाएंगे। सभी परिवारों को उनके खातों में कुल 1 अरब 55 करोड़ 49 लाख रुपये डालने की तैयारी वन विभाग ने शुरू कर दी है।
80 करोड़ नगद भुगतान होगा
जिन ग्रामीणों के खाते नहीं है, उन्हे 80 करोड़ का नगद भुगतान किया जाएगा। आदिवासी ग्रामीणों के आय का प्रमुख साधन तेंदुपत्ता है और इस बार विभाग ने लक्ष्य से अधिक की खरीदी की है। तेंदुपत्ता के भुगतान के संबंध में बस्तर के वन संरक्षक सी दुग्गा ने बताया कि, हरा सोना बस्तर के ग्रामीणों के लिए किसी आभूषण से कम नही है और पहली बार रिकार्ड तोड़ ख़रीदी की गई है। सभी संग्राहकों के खातों में 155 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये जा रहे हैं। साथ ही कहा कि, हरा सोना ग्रामीणों के लिए आय का बड़ा साधन है। यही कारण है कि, बसतर के आदिवासी इस तेंदुपत्ता की तोड़ाई से लखपति बनकर आर्थिक रुप से मजबूत हो जाएंगे।