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प्रदेश में विधानसभा चुनाव पूरा होने के बाद अब चुनाव के दौरान विधायकों के खर्च का ब्यौरा सामने आया है। खर्चीले विधायकों में भाजपा आगे है तो चुनाव के दौरान कंजूसी बरतने वाले विधायकों में कांग्रेस के विधायक आगे हैं।

रविकांत सिंह राजपूत-मनेन्द्रगढ़। प्रदेश में विधानसभा चुनाव पूरा होने के बाद अब चुनाव के दौरान विधायकों के खर्च का ब्यौरा सामने आया है। खर्चीले विधायकों में भाजपा आगे है तो चुनाव के दौरान कंजूसी बरतने वाले विधायकों में कांग्रेस के विधायक आगे हैं। आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो विधानसभा चुनाव में टॉप 10 खर्चीले विधायकों में भाजपा के 7 तो टॉप टेन कंजूसी बरतने वाले विधायकों में कांग्रेस के 8 विधायक हैं। वहीं प्रदेश में सबसे अधिक चुनावी खर्च कर चुनाव जीतने वाले में कांग्रेस की महिला विधायक प्रदेश में पहले स्थान पर है। भूपेश सरकार में महिला बाल विभाग मंत्री रही अनिला भेड़िया ने डौंडीलोहारा में 40 लाख खर्च सीमा में 38 लाख 59 हजार 871 रुपये खर्च कर चुनाव जीता है। वहीं पूरे प्रदेश में सबसे कम रुपये खर्च कर कांग्रेस के विधायक रामकुमार यादव ने चंद्रपुर में मात्र 2 लाख 65 हजार 764 रुपये खर्च कर दूसरी बार विधायक बने हैं। इसके अलावा भाजपा विधायक ईश्वर साहू साजा में 35 लाख 87 हजार 635 रुपये खर्च कर विधायक बने हैं खर्च के मामले में ईश्वर साहू पूरे प्रदेश में पांचवे स्थान पर हैं। 

विष्णु से ज्यादा भूपेश ने किए खर्च

विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से ज्यादा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पैसे खर्च किए। कुनकुरी विधानसभा सीट से विधायक विष्णु देव साय ने चुनावी खर्च की सीमा 40 लाख में से 29 लाख 87 हजार 837 रुपये खर्च किए तो पाटन विधानसभा से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 30 लाख 91 हजार 671 रुपये खर्च किए। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने राजनांदगांव विधानसभा सीट से 26 लाख 75 हजार 329 रुपये खर्च कर चुनाव जीता। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत भी चुनावी खर्च के मामले में बहुत पीछे रहे। 17 लाख 20 हजार 917 रुपये खर्च कर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सक्ति विधानसभा से चुनाव जीता।

सांसदों में सबसे ज्यादा रेणुका ने किया खर्च

विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 4 लोकसभा सांसदों को चुनावी समर में उतारा था। जिनमें 3 सांसदों को जीत हासिल हुई और एक सांसद को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। 3 सांसद जो चुनाव जीतकर विधायक बने उनमें सबसे अधिक चुनावी खर्च सरगुजा लोकसभा से सांसद रही मोदी सरकार में छत्तीसगढ़ से इकलौती केंद्रीय मंत्री रही रेणुका सिंह ने प्रदेश की पहली विधानसभा भरतपुर सोनहत में 33 लाख 95 हजार 500 रुपये खर्च कर चुनाव जीता। रायगढ़ लोकसभा से सांसद रही गोमती साय ने पत्थलगांव विधानसभा में 29 लाख 81 हजार 959 रुपये खर्च कर विधायक बनी। बिलासपुर लोकसभा से सांसद रहे अरुण साव ने लोरमी विधानसभा में 29 लाख 5 हजार 164 रुपये खर्च कर विधायक बने और सरकार में उप मुख्यमंत्री है।

टॉप 10 खर्चीले विधायक

अनिला भेड़िया -कांग्रेस -3859871 रुपये
दीपेश साहू - भाजपा - 3797895 रुपये
दयालदास बघेल- भाजपा -3697477 रुपये
अम्बिका मरकाम- कांग्रेस -3674288 रुपये
ईश्वर साहू - भाजपा - 3587635 रुपये
संपत अग्रवाल -भाजपा - 3582484 रुपये
रोहित साहू   -भाजपा  -3524432 रुपये
संगीता सिन्हा - कांग्रेस -3502507 रुपये
रेणुका सिंह   - भाजपा  -3395500 रुपये
प्रबोध मिंज   -भाजपा   -3346324 रुपये

टॉप 10 कंजूस विधायक

रामकुमार यादव  -कांग्रेस  -265764 रुपये
शेषराज हरवंश   -कांग्रेस  -1242874 रुपये
इंद्र कुमार साव   -कांग्रेस  -1244584 रुपये
तुलेश्वर मरकाम  -गोंगपा   -1436916 रुपये
बालेश्वर साहू     -कांग्रेस  -1611689 रुपये
चरणदास महंत  -कांग्रेस  -1720917 रुपये
द्वारकाधीश यादव- कांग्रेस -1815531 रुपये
फूल सिंह राठिया  -कांग्रेस -1860958 रुपये
बृजमोहन अग्रवाल –भाजपा -1866462 रुपये
टंकराम वर्मा    -भाजपा   -193643 रुपये

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