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बलौदाबाजार भारी बारिश के कारण 100 साल पुराना इमली पेड़ धराशायी हो गया। पेड़ के गिरने से 1200 साल पुराना शिव मंदिर को हानि नहीं हुई, लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं।  

कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं बारिश के कारण विशालकाय इमली का पेड़ गिरने से पलारी में स्थित 1200 साल पुराना 8वी शताब्दी का निर्मित सिद्धेश्वर मंदिर बाल बाल बच गया। लोग इसे भोले नाथ का चमत्कार मान रहे है। 

दरअसल बीती रात से ही रही तेज बारिश से मंदिर परिसर में स्थित विशालकाय इमली का पेड़ मंदिर के विपरीत दिशा में गिरा है। मंदिर से पेड़ की दूरी मात्र 10 मीटर ही होगी। वहीं पेड़ गिरने से मंदिर के बाहर स्थित पूजा सामग्री की दुकान ध्वस्त हो गई। पलारी के बाल समुंद तालाब स्थित सिद्धेश्वर मंदिर लोगों  की आस्था का प्रमुख केंद्र है। जिसे भारतीय पुरातत्व विभाग ने संरक्षित रखा है। मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती हैं। 

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पेड़ गिरने से मंदिर को नहीं हुई हानि 

मंदिर परिसर में इमली का सौ साल पुराना पेड़ है, जो भारी बारिश के कारण बीती रात धराशायी हो गया है। मंदिर परिसर में रहने वाले पुजारी परिवार के सदस्य ने बताया कि यह भगवान भोलेनाथ की कृपा है, जो इस मंदिर को कुछ हानि नहीं हुई। अगर दिन में यह पेड़ गिरता तो बड़ी जनहानि भी हो सकती थी क्योंकि यहां दिन भर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है।

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