आकाश पवार/पेंड्रा। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में लगातार बारिश के बाद जिले में नदी-नाले उफान पर है। हाल ही में कुछ दिनों से येलो अलर्ट के बावजूद जिले में औसतन कम बारिश की वजह से किसानों के खेतों में दरार की स्थिति बनने लगी थी। वहीं अब लगातार बारिश के बाद किसानों को खेती करने के लिए पानी की आवश्यकता पूरी हो गई है। जिससे उनके चेहरे पर एक बार फिर खुशी लौट आयी है। लेकिन तेज बारिश की वजह से बच्चों और आम लोगों को आने-जाने में तकलीफ हो रही है।
बच्चों की जान जोखिम में है
अच्छी बारिश से किसानों में तो खुशी की लहर बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ कुछ वनांचल गांव में स्थिति यह ठीक नहीं है। राशन दुकान आने या स्कूलों तक पहुंचने के लिए उफनती नदी-नालों को पार करना पड़ रहा है। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि, लोग स्कूली बच्चों को अपनी पीठ पर लादकर और जान जोखिम में डालकर पार करवा रहे हैं। इन आश्रित गांवों की मांग है कि, नदी-नालों को पार करने के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए।
पेंड्रा - गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भारी बारिश से परेशान बच्चे. @GPM_DIST_CG #Chhattisgarh #HeavyRain pic.twitter.com/p8bdHQ1irn
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 26, 2024
ग्रामीणों ने क्या कहा
ग्राम पंचायत मड़वाही के दुवारीटोला के हथगड़ी नाले में तेज बहाव के बीच कुछ परिजन बच्चों को कांधे पर लादकर स्कूल भेजने के लिए मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि, कई बार ज्यादा बहाव होने पर बच्चों को स्कूल नही भेज पाते हैं। इधर, कुछ बच्चे कह रहे कि, पानी ज्यादा होने पर हम घर नहीं जा पाते, बल्कि अपने रिश्तेदार के घर रुकना पड़ता है।
लंबे वक्त से पुल निर्माण नहीं किया गया
कुछ बच्चों का कहना है कि, घर में पापा रहते हैं, तो वो ही नदी पार करवाते हैं। वरना हम स्कूल तक नहीं पहुंच पाते हैं। वहीं राशन दुकान भी दूसरी ओर होने की वजह से उफान के समय दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। किसानों ने बताया कि, पिछले तीन सालों से अधिकारी यहां आते हैं, निरीक्षण करके चले जाते हैं। लेकिन अब तक पुल निर्माण नहीं किया गया है। इधर, जिले के प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को लोगों ने इस स्थिति से अवगत कराया है। जिसके बाद जिला प्रशासन को तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं।