रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अब दो नहीं, तीन दिन छत्तीसगढ़ में रहेंगे। वे 23 से 25 अगस्त तक छत्तीसगढ़ में रहेंगे। 23 अगस्त की शाम यहां पहुंचने के बाद वे 24 अगस्त को नक्सल प्रभावित सात राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स के डीजी के साथ नक्सलवाद को लेकर बड़ी बैठक करेंगे। अगले दिन 25 अगस्त को सहकारिता विभाग की भी बड़ी बैठक लेने के बाद उनकी वापसी होगी। केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे को लेकर प्रदेश सरकार ने तैयारी प्रारंभ कर दी है।
केंद्र में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने के बाद अमित शाह को वापस गृह विभाग दिया गया है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के समय केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बड़ा ऐलान किया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद तीन साल में नक्सलवाद को समाप्त कर दिया जाएगा। यहां पर भाजपा की सरकार बनने के बाद लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने कियद नेल्लानार योजना भी प्रारंभको है। इस योजना का भी बड़ा असर देखने को मिल रहा है।
मे-फेयर में रुकेंगे, वहीं बैठक की भी संभावना
श्री शाह इसके पहले जब छत्तीसगढ़ के दौरे पर आते थे लो उनका कुशामाऊ ठाकरे परिसर में रुकना होता था, लेकिन इस बार सरकारी दौरे के कारण उनको मे फेयर में ठहराने की तैयारी है। साथ ही बैठक भी वहीं होने की संभावना जताई जा रही है। सात राज्यों के सीएस और डीजीपी के साथ कई आला अधिकारी भी आएंगे। इन सबको देखते हुए मे फेयर में ही बैठक कराने की तैयारी है।
पहले दिन पार्टी की बैठक
श्री शाह अपने दौरे पर 23 अगस्त को यहां पहुंचेंगे। यहा आने के बाद उनकी कुशामाऊ ठाकरे परिसर में प्रदेश संगठन के चुनिंदा नेताओं के साथ बैठक होगी। इस बैठक के लिए प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन एक दिन पहले ही 22 अगस्त को रायपुर आ जाएंगे। बैठक में कौन-कौन रहेंगे, अभी तय नहीं है।