रायपुर। नक्सलियों के लिए फंडिंग मामले के खुलासे पर छत्तीसगढ़ की सियासत गरमाने लगी है। शनिवार को राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बीच आरोप-प्रत्यारोपों के बाद इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बड़ी बात कह दी है।
श्री शर्मा ने कहा है कि, बहुत स्पष्ट है विवेक सिंह नाम के जो व्यक्ति इस मामले में पकड़े गए हैं, वह पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पिता के प्रतिनिधि रहे हैं। उन्होंने कहा कि, मनी ट्रेल की एक चैन अभी पकड़ी गई है, आगे भी लोगों को पकड़ा जाएगा। इनके रिश्तेदार, भाई आदि नक्सल कमांडर हैं। इसका भी रिकॉर्ड मौजूद है। श्री शर्मा ने साफ तौर पर व्यापारियों को सजगता बरतने की हिदायत देते हुए कहा कि, जो भी स्वयं का व्यवसाय चलाने के लिए नक्सलियों को फंडिंग करते हों इससे बचना चाहिए।
नक्सलियों का माफी मांगना महज ढकोसला : शर्मा
आईईडी के जरिए ग्रामीणों की मौत पर नक्सलियों के पत्र जारी कर माफी मांगे जाने को लेकर श्री शर्मा ने कहा कि, उन्होंने पत्र जारी कर कहा है- हमे खेद है, मैं नक्सलियों से पूछना चाहता हूँ कि, क्या एक के लिए खेद है? हजारों के लिए खेद नहीं है। निःसंदेह उनके बीच स्थित ऐसी हो गई है कि, खून- ख़राब जैसी स्थिति वे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि, वे वहाँ से निकलें, सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया कराएगी। उन्हें अपने नक्सली साथियों से डरने की आवश्यकता नहीं है। मुख्य धारा में सभी शामिल हों, ये खेद व्यक्त करना सब ढकोसला है।
बघेल अपनी बात प्रमाणित करें : शर्मा
वहीं शनिवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल द्वारा लगाए गए आरोप पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा- दस्तावेजी प्रमाण हैं, हम उसकी बात कर रहे हैं। आरोप का कोई प्रमाण थोड़ी ना है, उन्हें अपनी बात को प्रमाणित करना चाहिए।
उठी NIA जांच की मांग, चुनाव प्रभावित करने का आरोप
नक्सलियों के लिए फंडिंग के बड़े मामले का मानपुर पुलिस द्वारा खुलासे के बाद भाजपाइयों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मानपुर निवासी तथाकथित व्यापारी विवेक सिंह के टेरर फंडिंग मे संलिप्त पाये जाने पर भाजपा नेता राजू टांडिया ने NIA की जांच में इसे भी शामिल करने की मांग की है। राजू टांडिया ने कहा कि, नक्सली फंडिंग भाजपा नेताओं को मारने, डराने और चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी के लिए उपयोग किया गया है।