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संस्कृत विद्यामंडलम की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी को लेकर हरिभूमि के खुलासे के बाद यह कार्रवाई गई है।

रायपुर। संस्कृत विद्यामंडलम द्वारा शुक्रवार को दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणामों की दोबारा घोषणा कर दी गई है। संस्कृत विद्यामंडलम की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी को लेकर हरिभूमि के खुलासे के बाद यह कार्रवाई गई है। उत्तरपुस्तिकओं की दोबारा जांच के बाद जारी परीक्षा परिणाम चौंकाने वाले हैं। पूर्व में जहां दसवीं कक्षा की परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत 98.48% था, वहीं अब यह घटकर 50.06% रह गया है। 40.19% छात्रों के परिणाम संस्कृत विद्यामंडलम द्वारा रोके गए हैं। शेष 10% छात्रों को पूरक की पात्रता दी गई है।

दसवीं की परीक्षा में 801 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 322 का परीक्षा परिणाम रोककर 479 परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम जारी किया गया है। इसमें प्रथम श्रेणी में 228 छात्र रहे हैं। वहीं द्वितीय श्रेणी में 96 और तृतीय श्रेणी में मात्र एक छात्र रहा। 76 विद्यार्थी कृपांक से उत्तीर्ण हुए हैं। शेष विद्यार्थियों को पूरक की पात्रता प्रदान की गई है। 

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रोल नंबर से लेकर परीक्षा फॉर्म तक में गड़बड़ी  

संस्कृत विद्यामंडलम के अनुसार, 322 विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम पुनर्मूल्यांकन के दौरान विसंगति पाए जाने के कारण रोका गया है। यह विसंगतियां छात्रों के रोल नंबर, पंजीयन, नामांकन, परीक्षा आवेदन फॉर्म अग्रेषण तथा विद्यार्थियों के उपस्थिति पत्र में मिली हैं। इसके अलावा भी कई अन्य तरह की गड़बड़ियां पाई गई हैं। संस्कृत विद्यामंडलम ने अधिसूचना जारी कर रहा है कि पूरक की पात्रता रखने वाले विद्यार्थियों के लिए शीघ्र ही परीक्षा आयोजित की जाएगी एवं जिन विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम रोके गए हैं उनके परीक्षा परिणाम रोकने के कारणों का निराकरण पश्चात जारी करने योग्य विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम यथाशीघ्र जारी किए जाएंगे।

सिर्फ 5 छात्र ही हुए थे फेल

इसके पहले मई में जारी किए गए नतीजों में दसवीं की परीक्षा में शामिल 801 छात्रों में से 470 छात्रों को प्रथम श्रेणी में रखा गया था। 284 छात्रों को द्वितीय श्रेणी तथा 23 छात्रों को तृतीय श्रेणी प्राप्त हुई। 7 छात्रों को पूरक की पात्रता मिली थ। फेल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या मात्र 5 थी। संस्कृत विद्यामंडलम द्वारा उस वक्त मेरिट लिस्ट जारी की गई थी, लेकिन बार प्रावीण्य सूची घोषित नहीं की गई है। बीते दिनों बारहवीं कक्षा के परिणामों की दोबारा घोषणा के दौरान भी मेरिट लिस्ट जारी नहीं की गई थी।

जांच कमेटी ने की थी हरिभूमि के खुलासे की पुष्टि

गौरतलब है कि, ऐसा पहली बार हुआ है जब संस्कृत बोर्ड ने दसवीं- बारहवीं कक्षा के परिणाम दोबारा जारी किए हैं। हरिभूमि द्वारा ही संस्कृत विद्यामंडल की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी का खुलासा किया गया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और पुराने परीक्षा परिणामों को रद्द करते हुए जांच कमेटी बनाई गई। जांच कमेटी ने हरिभूमि के खुलासे की पुष्टि करते हुए अपनी रिपोर्ट में गड़बड़ी की बात स्वीकारी। इसके पश्चात सभी उत्तरपुस्तिकाओं का दोबारा मूल्यांकन कराया गया।

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