रायपुर। पेपर लीक मामले में इंदिरा गांधी कृषि विवि ने पुलिस की मदद लेने का फैसला किया है। हरिभूमि वेबपोर्टल में प्रकाशित होने के बाद व्हॉट्सएप और सोशल साइट्स पर वायरल हुए मैसेज को संज्ञान में लेते हुए अब कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। वहीं लीक हुए पेपर को रद्द करने की मांग लेकर एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दोनों ही छात्र इकाई विवि पहुंचे। छात्रों ने पूरे मामले की विस्तार से जांच करते हुए लीक पेपर रद्द कर दोबारा आयोजन कराने की मांग की है।
छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए कैंपस में सुबह से ही पुलिस तैनात रही। गौरतलब है कि, कृषि विवि में सेमेस्टर परीक्षाएं चल रही है। परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र लीक होने और दूसरे दिन लीक पर्चे से 80 फीसदी सवाल हूबहू पूछे जाने की बात सामने आई थी। 800 से 1000 रुपए में इसकी खरीदी-बिक्री हो रही थी। हरिभूमि वेबपोर्टल ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी। अब पुलिस के साथ ही विवि प्रबंधन द्वारा भी अपने स्तर पर जांच की तैयारी है।
एक दिन पहले होता है वायरल
एनएसयूआई द्वारा कुलपति और कुलसचिव के नाम ज्ञापन सौंपा गया। छात्रों ने मांग की है कि इसमें जो भी प्रोफेसर, छात्र शामिल हैं, उनपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। एनएसयूआई जिला सचिव शुभम शर्मा ने कहा, यूनिवर्सिटी में अभी प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष और तृतीय वर्ष की सेमेस्टर परीक्षा चल रही है।
उच्च स्तरीय जांच
अभाविप की कृषि विवि इकाई द्वारा निदेशक शिक्षण को ज्ञापन सौंपा गया। एबीवीपी ने इस विषय पर एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर मामले की शीघ्र से शीघ्र जांच कराने व दोषी व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाने की मांग की है। अभाविप के प्रांत संयोजक निखिल तिवारी ने कहा, प्रश्न पत्र लीक होना गंभीर विषय है। कृषि विवि के विद्यार्थियों की मेहनत के साथ खिलवाड़ हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि विवि द्वारा इस पर कोई एक्शन नहीं लिया जाता है, तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर प्रांत सहसंयोजक प्रमोद पटेल, आकाश चन्द्रा, शिवम योगी, भावेश, योगेंद्र संदीप, राहुल उपस्थित रहे।
अज्ञात के खिलाफ शिकायत
कृषि विवि के जनसंपर्क अधिकारी संजय नैय्यर ने बताया कि, मामला संज्ञान में है। छात्रों के समूहों ने भी शिकायत दर्ज की है। विवि प्रबंधन द्वारा थाने में अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी है।