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छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने भगवान शिव के रुद्राभिषेक और महाआरती में शामिल हुए। इस दौरान 108 जल स्त्रोतों से भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया।   

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने जल जगार महोत्सव में गंगरेल बांध में भगवान शिव की प्रतिमा में जल अभिषेक किया। इस दौरान 108 जल स्त्रोतों से लाए गए पानी को शिव जी की प्रतिमा पर अर्पण किया गया। इसके माध्यम से जल बचाव और प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया गया। जलाभिषेक संकेत के रूप में वर्षा जल को इकट्ठा करने, भूमिगत जल तालिकाओं और नदियों को फिर से भरने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 

जिले में पिछले कुछ सालों में, सामूहिक रूप से कई संरक्षण संरचनाएं बनाई गई है। जल जगार महोत्सव में रूद्राभिषेक कार्यक्रम अंतर्गत जिले में चारों विकासखंडों में जल संरक्षण के लिए निर्मित किए गए 108 जल स्त्रोतों  जिसमें अमृत सरोवर, जलाशय, पारम्परिक और ऐतिहासिक तालाब, परकोलेशन टैंकों से जल लाकर गंगरेल बांध में भगवान शिवजी की प्रतिमा में अभिषेक किया गया। इस दौरान सीएम साय ने प्रदेश के सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। 

जल संरक्षण का दिया गया संदेश 

इसका उद्देश्य जल को धार्मिकता से जोड़ते हुए लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक और प्रोत्साहित किया जा सके। इसके बाद मुख्यमंत्री साय ने महानदी की महाआरती भी की। जीवन देने वाली महानदी की वंदना और अनुष्ठान प्रकृति को जीवित रखने वाली नदियों की रक्षा और उनका संवर्धन करने की सामूहिक प्रतिज्ञा का प्रतीक है।

jal jagar mahotsav
रंग बिरंगे राशनी से जगमगाया आसमान

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आसमान में दिखी रंग- बिरंगी छटा

जल जगार महोत्सव में भगवान शिव की आकृति सहित जल-जगार शब्द और प्राकृतिक दृश्य आसमान में दिखा। पहले दिन आज आसमान से कहानी इवेंट के माध्यम से डेढ़ सौ से अधिक ड्रोन कैमरा ने आसमान में रंग बिरंगी छटा बिखेर कर लोगों का मन मोह लिया। महोत्सव में आयोजित सभी गतिविधियां लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गई है। जल-जगार के प्रत्येक इंवेट को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे है।

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