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2024 के लोकसभा चुनाव में तोखन साहू ने बिलासपुर सीट से कांग्रेस के देवेन्द्र यादव को एक लाख 64 हजार वोट से हराया है।

बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से बिलासपुर सांसद तोखन साहू को जगह मिली है। शपथ ग्रहण से पहले उनके पास पीएमओ से कॉल आया और बताया गया कि, शाम को उन्हें शपथ लेना है। बिलासपुर से भाजपा के सांसद चुने गए तोखन साहू छत्तीसगढ़ भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं, उन्होंने पंच से सांसद तक का सफर तय किया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बिलासपुर सीट से कांग्रेस के देवेन्द्र यादव को एक लाख 64 हजार वोट से हराया है।

सांसद साहू के केंद्रीय मंत्री बनने की खबर से मुंगेली, लोरमी में खुशी की लहर दौड़ गई है। बिलासपुर सहित पूरे संसदीय क्षेत्र में पटाखे बांटकर आतिशबाजी करते हुए खुशियां मनाई गई। सांसद चुने जाने के बाद तोखन साहू ने जब पहली बार लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया था।

पंच से केंद्रीय मंत्री तक का सफर 

तोखन साहू एक बेहद साधारण किसान परिवार से आते हैं। वे 2013 में पहली बार लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। पूर्व रमन सिंह सरकार में उन्हें संसदीय सचिव भी बनाया गया था। तोखन साहू क्षेत्र में काफी लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के तौर पर जाने जाते हैं। उनका जन्म ग्राम डिंडौरी, जिला मुंगेली में 15 अक्टूबर 1969 को हुआ है। उन्होंने एम काम तक की शिक्षा ग्रहण की है। उनका विवाह लीलावती साहू से हुआ है। वर्ष 1994 में लोरमी के छोटे से गांव सूरजपुरा से 1994 में पंच पद से उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। वे पंच से सरपंच, फिर जनपद सदस्य रहे। उसके बाद वर्ष 2013 में लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। वे 2005 में ब्लॉक लोरमी क्षेत्र क्रमांक-18 फुलवारीकला से जनपद सदस्य बने। वर्ष 2010 में यहां से महिला आरक्षण के चलते पत्नी लीलावती साहू जनपद सदस्य और फिर लोरमी जनपद पंचायत की अध्यक्ष भी बनीं। वर्ष 2012 में वे जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के प्रतिनिधि बने, वर्ष 2013 में वे भाजपा के टिकट पर लोरमी विधानसभा से विधायक बने। 2014 में छत्तीसगढ़ वन्य जीव बोर्ड के सदस्य बने व 2015 में कृषि, मछलीपालन, पशुपालन, जलसंसाधन विभाग के संसदीय सचिव बने। वर्ष 2018 में भाजपा ने दोबारा लोरमी विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन वे कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ रहे धर्मजीत सिंह से हार गए।

भाजपा को बिलासपुर में 7 वीं बार जीत दिलाई

 बिलासपुर लोकसभा सीट कभी  कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, लेकिन अब यह बीजेपी का किला बन चुका है। बीजेपी ने यहां पिछले सात चुनाव में लगातार जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस यहां 1952 से लेकर 1991 (1977 जनता पार्टी) को छोड़कर आठ चुनाव में जीत दर्ज कराने में कामयाब रही है। बीजेपी यहां 7 बार जीत दर्ज कर चुकी है तो वहीं जनता पार्टी ने एक बार 1977 में जीत हासिल की थी। 2024 के चुनाव में तोखन साहू ने 1 लाख 64 हजार 558 वोटों से जीत हासिल की है। तोखन को कुल 7 लाख 24 हजार 937 वोट मिले हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 5 लाख 60 हजार 379 वोट मिले हैं। साहू ने बीजेपी को बिलासपुर में 7वीं बार जीत दिलाई है। इस तरह जीत का अंतर 1 लाख 64 हजार 558 रहा। साहू के कुल वोट का प्रतिशत 53 25 और यादव का 41.16 प्रतिशत रहा। इस बार यहां से बीजेपी के किसान नेता तोखन साहू और कांग्रेस के भिलाई से विधायक देवेंद्र यादव के बीच सीधी टक्कर थी।

इन नामों की चल रही थी चर्चा 

 एनडीए को बहुमत मिलने के बाद पिछले एक सप्ताह से कई नामों की चर्चा चल रही थी जिन्हें मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे। इनमें रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, दुर्ग सांसद विजय बघेल और पूर्व सीएम भूपेश बघेल को हराकर दूसरी बार सांसद बने संतोष पांडेय का नाम चल रहा था। इनके नामों पर लेकिन मुहर नहीं लग पाई थी और तोखत साहू को बुलावा आ गया। ज्ञात हो कि वीआईपी सीट रायपुर लोकसभा से रिकॉर्ड मतों से जीतने वाले सांसद बृजमोहन अग्रवाल 8 बार के विधायक हैं और वर्तमान में स्कूल शिक्षा मंत्री भी हैं। वो रायपुर लोकसभा से पहली बार चुनाव लड़े और कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय को पांच लाख से ज्यादा वोटों से हराया है। उनका नाम देश में सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले टॉप टेन सांसदों की लिस्ट में भी शामिल है। 

अब तक केवल राज्य मंत्री मिले, कैबिनेट मंत्री नहीं 

मध्य प्रदेश से अलग होने के बाद साल 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य बना। इसके बाद से यहां लगातार बीजेपी के सांसद चुने जाते रहे हैं, लेकिन कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाती थी। ऐसे में इस बार उम्मीद जताई जा रही थी कि मोदी के तीसरे कार्यकाल की कैबिनेट में प्रदेश को जगह मिल सकती है। ध्यान रहे कि छत्तीसगढ़ को बीजेपी की पिछली सरकारों में केवल राज्य मंत्री पद मिले हैं। सीएम विष्णुदेव साय भी केंद्र में राज्य मंत्री रह चुके हैं। मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से अब तक एक राज्य मंत्री मिला है। पिछले कार्यकाल में रेणुका सिंह केंद्रीय राज्य मंत्री थीं। अटल कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से एक साथ तीन राज्य मंत्री बनाए गए थे।

सबको साथ लेकर करेंगे विकास कार्य- तोखन साहू

हरिभूमि से बात करते हुए सांसद तोखन साहू ने कहा कि बिलासपुर-मुंगेली-मंडला रेल लाइन के बारे में गंभीरता से बात की जाएगी। यह रेल लाइन बननी ही चाहिए। तोखन साहू ने कहा कि, भाजपा हमेशा से ही सबका साथ सबका विकास की बात कहती है। इसी लाइन पर काम होगा। सरकार की योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाया जाएगा। हर किसी का जीवन स्तर ऊपर उठे इसके लिए भाजपा सरकार काम कर रही है। प्रयास होगा कि रद्द ट्रेनें फिर से प्रारंभ हों और जहां पर ट्रेनों का स्टापेज नहीं है, वहां बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पार्टी ने फैसला किया कि लोकसभा लड़ाना है तो वे चुनाव लड़े, अब सांसद बनने के बाद मंत्री पद से नवाजा जा रहा है, तो यह उन जैसे छोटे से कार्यकर्ता के लिए बड़ी बात है। यह सिर्फ भाजपा में ही हो सकता है।

इसलिए मिला मंत्री पद

छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के बाद सबसे ज्यादा जनसंख्या साहू समाज की है। प्रदेश में करीब साढ़े पांच लाख से ज्यादा साहू समाज की जनसंख्या है। इसी समाज को साधने के लिए भाजपा और एनडीए की सरकार में तोखन साहू को केंद्रीय मंत्री बनाया जा रहा है। तोखन की किसानों के बीच अच्छी पैठ है। वे जमीनी नेता माने जाते हैं।
 

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