बिलासपुर- कवर्धा के कुकदुर क्षेत्र में भीषण सड़क हादसा हुआ था। जिसमें 19 आदिवासियों की मौत हो गई थी। अब इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। HC के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा के डिवीजन बेंच में सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने 10 अफसरों को पक्षकार बनाया है। प्रमुख सचिव PWD, परिवहन आयुक्त, स्टेट हाईवे, NHAI और कबीरधाम कलेक्टर सहित कुल 10 अफसरों की मौजूदगी यह सुनवाई होने वाली है।
बता दें, कवर्धा जिले में श्रमिकों से भरी पिकअप खाई में गिर गई थी। जिसके बाद 19 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में 19 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। वहीं गृहमंत्री विजय शर्मा की उपस्थिति 19 लोगों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। 17 लोगों का अंतिम संस्कार एक ही जगह पर हुआ था। जिसमें एक ही परिवार के 11 लोगों के शव थे। वहीं, दो महिलाओं के शवों का अंतिम संस्कार उनकी ससुराल में किया गया था। इन लाशों के चारों ओर रोते- बिलखते परिजन खड़े हुए थे। इस हादसे के बाद पूरे गांव में सन्नाटा छा गया था।
तेंदूपत्ता तोड़ कर लौटने के दौरान हुआ था यह हादसा
कवर्धा जिले में तेज रफ्तार पिकअप पलटने से 19 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 8 लोग घायल हो गए हैं। इस हादसे में 13 लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। वहीं 9 घायलों में 5 ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। मरने वालों में 17 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं। हादसा होते आसपास के लोगों ने देखा तो गांव में सूचना दी। इसके बाद ग्रामीण मौके पर लोगों की मदद के लिए पहुंचे हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके के लिए रवाना हुई है।वहीं डिप्टी सीएम विजय शर्मा घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे।
बघेल बोले- बीमा योजना बंद, सिर्फ मिलेगा सरकारी मुआवजा
इस घटना के बाद अस्पताल में इलाज करवा रहे घायलों से मिलने के लिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि, ये ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे और ये बेहद दुखद हादसा है। अस्पताल में सभी को अच्छा इलाज मिले ये मैंने अधिकारियों से कहा है। शहीद महेंद्र कर्मा बीमा योजना तेंदूपत्ता श्रमिकों के लिए थी। जिसे बीजेपी सरकार ने बंद कर दिया है। इस हादसे कजे शिकार लोगों को अब सरकारी मुआवजा ही मिलेगा।