रविकांत सिंह राजपूत- कोरिया। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने विभिन्न संस्थाओं, कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यों में लापरवाही बरतने वाले 16 कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस जारी किया है। उन्होंने शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं को पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ मिले और संचालित योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो इसके लिए उन्होंने आज मैदानी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इसी कड़ी में बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के प्राथमिक शाला, महौरा के सहायक शिक्षक प्रफुल्ल तिग्गा, सहायक शिक्षक सरस सोनी, सहायक शिक्षिका रत्ना वर्मा, प्रधानपाठक बेबी सोनवानी, प्राथमिक शाला पटना के प्रधानपाठक पुष्पा जायसवाल, प्रधानपाठक गीता मंडल को स्कूल की शौचालय और परिसर की साफ-सफाई नहीं होने, कार्यालयीन स्टॉफ स्कूल में अनुपस्थित पाए गए. बच्चों को दी जाने वाली पुस्तके खुले में रखी थी, जिस पर पानी टपक रहा था। बच्चे बाहर खेल रहे थे और उन्होंने बताया कि, शिक्षक देरी से आते हैं, साथ ही मध्यान्ह भोजन की कोई तैयारी नही थी। इस वजह से कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
इन्हें कारण बताओ नोटिस
आश्रम शाला खाड़ा के अधीक्षक सरोज टोप्पो को आश्रम शाला के बच्चों को गुणवत्तायुक्त भोजन, नास्ता और मेनू कार्ड के अनुरूप नहीं देने पर शोकाज नोटिस दीं गई है। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेंगनी के आरएमए. वीरेंद्र पाल, अरुण पासवान, चिकित्सा अधिकारी श्रुति विश्वकर्मा को स्वास्थ्य केंद्र में दवाई होने के बावजूद मरीजों को बाजार से दवाई खरीदने के लिए पर्ची देना, कार्यालयीन समय पर अनुपस्थित होना तथा रोस्टर रजिस्टर का उचित संधारण नहीं करना, ओआरएस, जिंक काउंटर में नहीं होना पाया गया। वहीं बायोमेडिकल कचरे का उचित निष्पादन नहीं करने जैसे कृत्य के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इन 6 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नोटिस
कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी ने आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण के समय कार्यों में लापरवाही और उदासीनता बरतने पर 6 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी की है। आंगनवाड़ी केंद्र, महोरा मे कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शालू खान, जमगहना आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता, रीता सिंह, जोड़ा तालाब की कार्यकर्ता सोनामनी, बाजारपारा, पटना की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गायत्री सोनी और महोरा आंगनवाड़ी सुपरवाइजर मंजू कुशवाहा, सेक्टर सुपरवाइजर विमला भगत को आंगनवाड़ी बंद पाए जाने, मेनू चार्ट के मुताबिक पोषण आहार नहीं देने, पोषण ट्रेकर ऐप मे कोई प्रविष्टि दर्ज नहीं करने, समय पर आंगनवाड़ी केंद्र नहीं पहुंचने और केंद्र को साफ -सफाई नहीं रखने के कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के प्रावधानों के प्रतिकूल होकर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आने पर कारण बताओ नोटिस का जवाब तीन दिवस के भीतर देना होगा।