कांकेर। कांग्रेस कोयलीबेड़ा में नक्सल मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग कर रही है। पार्टी का प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा। पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला समेत कई कांग्रेसी राज भवन पहुंचे। गवर्नर विश्वभूषण हरिचंदन से हाईकोर्ट जज की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग करेंगे।
दरअसल, कांकेर जिले में 25 फरवरी को हुए कोयलीबेड़ा मुठभेड़ पर सियासत जारी है। इस मामले में ग्रामीणों के फर्जी मुठभेड़ के आरोप के बाद कांग्रेस ने जांच टीम गठित की और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। पूर्व विधायक शिशुपाल शोरी के नेतृत्व में 7 सदस्यों की टीम अन्तागढ़ के पैरवी और मरद गांव गई थी। कड़ी सुरक्षा के साथ धुर नक्सल प्रभावित इलाके में 3 घंटे तक कांग्रेस की टीम ने जांच की थी। जांच में ग्रामीणों ने कहा कि मुठभेड़ में मारे गए लोग सामान्य नागरिक थे। इनका नक्सल संगठन से कोई लेना-देना नहीं था। मारे लोग तेंदूपत्ता बांधने के लिए रस्सी लेने गए थे।
क्या हुआ था
25 फरवरी की सुबह 8 बजे जवानों की टीम मारे गए नक्सलियों के शव लेकर जिला पुलिस मुख्यालय पहुंची। घटना वाले दिन पुलिस ने किसी को भी इसकी जानकारी नहीं दी। सोमवार 26 फरवरी को मृतकों के परिजन ग्रामीणों के साथ थाना पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि मारे गए लोग नक्सली नहीं ग्रामीण थे। ग्रामीणों ने पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया। इसके दो दिन बाद यानि 28 फरवरी को वे कलेक्टर और एसपी के पास पहुंचे। वहां उन्होंने फर्जी मुठभेड़ की शिकायत की और गवाह पेश किया।