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पिछली सरकार ने राजिम मेले को माघी पुन्नी मेले का नाम दिया था। अब भाजपा सरकार ने इसे एक बार फिर से राजिम कुंभ कल्प मेले का नाम दिया है।

राजिम- राज्य में भाजपा की एक बार फिर सरकार बनने पर 15 दिवसीय माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक चलने वाले मेले को लेकर इस बार कुछ ज्यादा ही उत्सुकता राजिम सहित समूचे क्षेत्र में है। कांग्रेस की पिछली सरकार ने राजिम मेले को माघी पुन्नी मेले का नाम दिया था। अब भाजपा सरकार ने इसे एक बार फिर से राजिम कुंभ कल्प मेले का नाम दिया है। राजिम का यह मेला भगवान श्री राजीव लोचन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में कई सैकड़ों बरसों से लगता चला आ रहा है। मेले की भव्यता और दिव्यता भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सामने आई है। खासतौर से राज्य के कद्दावर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की सोच और उनकी मेहनत से राजिम का नाम देश और दुनिया में जाना जाने लगा। 

बड़े-बड़े संत राजिम आने लगे...

मंत्री बृजमोहन के आग्रह करने पर देशभर के धार्मिक स्थलों से बड़े-बड़े संत और महात्मा राजिम आने लगे। मेले की सुव्यवस्था को लेकर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अपने अंदाज में इसे मुर्त रूप में देना चाहते हैं। मेले में आने वाले कई लाखों लोगों को शानदार व्यवस्था और सुविधा देने के लिए वे राजिम से लगे हुए चार जिलों के अफसरों की बैठक राजिम में बुलाते हैं। ये जिले गरियाबंद, धमतरी,रायपुर और महासमुंद है। जहां के कलेक्टर एसपी से लेकर जिले के तमाम विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी रही। शनिवार को देर रात तक हुई इस पहली बैठक में ही चुन-चुन कर एक-एक विभागों के अधिकारियों को पंडाल में ही हाथ में माइक देके मेले की तैयारी की पुख्ता जानकारी आम जनता के बीच की गई। 

विभागों के जिम्मेदार अधिकारी बैठक में नहीं थे…

अफसरो ने कहा कि, 7 दिन के बाद फिर से राजिम आएंगे और एक-एक विभागों की तैयारी को पूरा मेला क्षेत्र में घुम-घुमकर अपनी देखेंगे। बैठक में मौजूद लोगों से लंबा चौड़ा पंडाल भरा था। मंच में मंत्री बृजमोहन सहित राजिम विधायक रोहित साहू,अभनपुर विधायक इंद्रकुमार साहू और बिंद्रानवागढ़ के कांग्रेस विधायक जनक ध्रुव सहित सांसद चुन्नीलाल साहू,पूर्व सांसद चंदुलाल साहू,पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू,बिंद्रानवागढ़ के पूर्व विधायक डमरूधर पुजारी सहित कई साधु-संत और रायपुर संभाग के कमिश्नर,डीआइजी और तीन जिले के कलेक्टर एसपी मौजूद थे। बैठक में कुछ विभागों के जिम्मेदार अधिकारी नहीं आए थे। लिहाजा मंत्री जी की नाराजगी सामने आई। इस पर उन्होंने ऐसे अधिकारियों के नहीं आने पर जानकारी हासिल की और कहा कि यदि जायज कारण है तो कोई बात नहीं पर अपने जिम्मेदारी को न समझने वाले अफसरों को यदि अगली बैठक में भेजा तो यह लापरवाही बिल्कुल नही चलेगी। 

सामाजिक संस्थाओं को नि:शुल्क भोजन...

मेले के लिए राजिम संगम में धार और एनीकट में पानी भरपूर मात्रा में होने की बात कही गई थी। माघ पूर्णिमा, जानकी जयंती और महाशिवरात्रि के पर्व स्नान का महत्व है। लिहाजा पानी होना चाहिए यदि इसमें जरा भी कोताही हुई तो संबंधित अधिकारी को इसका खामियाजा भुगतना होगा। इस पर बैठक में मौजूद गरियाबंद जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ने भरपूर मात्रा में पानी रहने की बात कही। मंत्री जी ने इस बात को भी रेखांकित किया कि धमतरी, रायपुर और गरियाबंद के खाद्य अधिकारी कम से कम सौ जगह दाल-भात केंद्र खोले जाएंगे। इसके साथ ही राइस मिल और सामाजिक संस्थाओं को भी नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने के लिए पंडाल लगाने की बात कही। मेले में किसी भी प्रकार से महिलाओं को अप्रिय स्थिति से गुजरना न पड़े इसके लिए तगड़ी पुलिसिंग के लिए तीनों जिले के एसपी को निर्देश किया है। यहां तक कि, मेले से वापिस जाने वाले बसों में एक-एक होम गार्ड के जवान भी तैनात की जाए। 


नए मेले को विकसित करने के लिए ध्यान आकर्षित किया...

नगर पंचायत राजिम के अध्यक्ष प्रतिनिधि और जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता जितेंद्र सोनकर ने मंत्री जी का ध्यान नए मेला मैदान को विकसित करने के लिए ध्यान आकर्षित किया। इस पर मंत्री जी ने रात में ही नए मेला मैदान में ही जिले के कलेक्टर दीपक अग्रवाल की मौजूदगी में एक संक्षिप्त बैठक की। मंत्री जी को नक्शा दिखाया और मंत्री श्री अग्रवाल ने नए मेला मैदान को अच्छी तरह से विकसित करने आदेश दिया। महोत्सव स्थल के बैठक में मंत्री जी ने स्पष्ट भी कर दिया कि, मीना बाजार नए मैदान में लगेगा। नए मैदान से लेकर भगवान श्री राजीव लोचन मंदिर तक सड़कों को अच्छी तरह से दुरूस्त करने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आदेश किया। 

ये रहे मौजूद...

मेले की इस अहम बैठक में नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर,रायपुर जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज, सेवानिवृत रेंज आफिसर लखन लाल सिन्हा, जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता जितेंद्र सोनकर, राजिम भक्तिन मंदिर समिति के अध्यक्ष लाला साहू, गरियाबंद नगर पालिका के अध्यक्ष गफफु मेमन, नपा के सभापति ओमप्रकाश आडिल,किसान नेता चंद्रिका साहू,जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू,नगर पालिका नवापारा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल, नपा के नेता प्रतिपक्ष प्रसन्न शर्मा, डॉ. रामकुमार साहू,भागवत हरित, बलदेव सिंह हुंदल, मुरलीधर सिन्हा, आशीष शिंदे, टंकु सोनकर,छाया राही, पुष्पा गोस्वामी, देवकी साहू, पूर्णिमा चंद्राकर, मधु नत्थानी, प्रीति पांडे, धनमती साहू, साधना सौरज, अन्नपूर्णा देवांगन, मधुबाला रात्रे, रानी पटेल, विकास साहू, कमल सिन्हा, सोमप्रकाश साहू, रेशम हुंदल, संजय साहू, मुकुंद मेश्राम, नागेंद्र वर्मा, परदेशी राम साहू, दयालुराम गाड़ा, बाबी चांवला, श्याम साहू मौजूद थे।

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