Logo
नगरी सिहावा में पिछले एक साल से लगातार तेंदुओं के हमले का मामला सामने आ रहा है। गांवों के पालतू जानवरों के साथ- साथ लोगों को भी लगातार अपना शिकार बना रहे हैं। जिसके कारण गांवों के लोग दहशत में आ गए हैं।

कुलदीप साहू- नगरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के नगरी-सिहावा इलाके में तेंदुए का आतंक लगातार जारी है। तेंदुआ उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र में लगातार ग्रामीणों को अपना शिकार बना रहा है। जिसके कारण लोगों में दहशत का माहौल है, वहीं गांव वाले तेंदुए से परेशान होकर उन्हें जंगल सफारी में छोड़ने की मांग कर रहे हैं।

दरअसल वनांचल क्षेत्र नगरी सिहावा क्षेत्र में तेंदुए ने आतंक मचाया हुआ है। आस-पास के गांव के चार बच्चों समेत कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है। आरसी कन्हार रेंज मेचका में तेंदुए ने दो गायों को भी शिकार बनाया है। पिछले सप्ताह गाय का शिकार करने का वीडियो ट्रैप कैमरे में कैद हुआ था। जिसमें तेंदुआ शिकार मवेशी को निवाला बनाते दिखाई दे रहा है। इसके अलावा वन विभाग द्वारा जंगलों में लगाए गए ट्रैप कैमरे में अलग-अलग जगहों से तेंदुए और लकड़बग्घे की ताजा तस्वीरें कैद हुई थीं।

ट्रैप कैमरों के जरिए तलाश जारी 

बीते 5 अगस्त की सुबह एक तेंदुआ मेचका में मुचकुन्द पहाड़ी के नीचे तालाब के पास फंदे में फंसा हुआ मिला था। वन विभाग द्वारा रेस्क्यू किये जाने से पहले ही तेंदुआ खुद ही फंदे से छूट गया और भागते हुए वहां मौजूद एक युवक को पंजा मारकर घायल कर दिया। तेंदुओं की मौजूदगी को देखते हुए वन विभाग द्वारा पूरे इलाके में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं जंगलों में अलग- अलग जगह लगाकर रखे गए ट्रैप कैमरों के जरिए तेंदुए का लोकेशन पता किया जा रहा है।

इसे भी पढ़ें...शिक्षक सम्मान समारोह, राज्‍यपाल के हाथों 5 सितंबर को सम्मानित होने वाले शिक्षकों की सूची जारी  

दहशत में गांव के लोग 

क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी से लोगों में दहशत का माहौल है। गौरतलब है कि, पिछले कुछ सालों में नगरी सिहावा क्षेत्र में तेंदुओं का आतंक काफी बढ़ा है। खूंखार तेंदुए चार मासूम बच्चों को अपना शिकार बना चुके है और उनके हमले में कई लोग घायल हुए हैं। गांव और बस्तियों के आसापस नजर आने वाले तेंदुए आए दिन मवेशियों और पालतू जानवरों को अपना शिकार बना रहे हैं। इसी महीने 4 अगस्त को बिरगुड़ी वन परिक्षेत्र के ग्राम कोरमुड़ के एक चार साल के मासूम बच्चे को तेंदुआ उठा ले गया था, बाद में बच्चे का शव पास के ही पहाड़ी में बरामद हुआ था।

tendua
मवेशी का शिकार करते हुए लकड़बग्घा

इसे भी पढ़ें...जिंदा लौटी महिला और दो बच्चियां, पति ने सालभर पहले किया था तीन शवों का अंतिम संस्कार

सतर्क रहें ग्रामीण - वन विभाग 

जिन इलाकों में तेंदुए और लकड़बग्घे नजर आ रहे हैं। आए दिन गांव लोगों ने बताया कि, रात में आँगन में सोते पालतू कुत्ते का शिकार कर अपना भोजन बना चुका है। आए दिन ऐसा मामला सामने आता रहता है, जिसके कारण गांव के लोग दहशत में हैं। वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रतिभा मेश्राम ने बताया कि, दो तेंदुए नर और मादा है, जिसने अभी शावक को जन्म दिया है। भूख अधिक लगने के कारण भोजन की तलाश में गांव के अंदर घुसकर शिकार कर भोजन बना रहे हैं। शाम के बाद छोटे बच्चों को घर के भीतर ही रखने की सलाह वन विभाग द्वारा दी जा रही है। 

तेंदुए को जंगल सफारी छोड़ने की मांग 

गांव वालों ने बताया कि, शुक्रवार को जंगल में चर रहे गायों को शिकार बनाने पहुंच गया था जिसके बाद आवाज लगाने पर वापस भाग गया। वहीं शाम के समय एक बच्ची गली में खेल रही थी, तभी तेंदुआ उसे उठाकर ले जा रहा था। कुछ लोगों ने देखा तो आवाज लगाये और घेराबंदी कर लिया था। जिसके बाद बाड़ी में छोड़कर भाग या। लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। ग्रामीण तेंदुए को पिंजरा लगाकर कैद करके उन्हें रिहायशी इलाकों से दूर किसी अन्य जंगल में या जंगल सफारी में छोड़ने की मांग कर रहे हैं।

5379487