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नकली होलोग्राम और शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मेरठ जेल में बंद हैं। गुरुवार को दोनों को प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर लाया गया है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नकली होलोग्राम और शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मेरठ जेल में बंद हैं। गुरुवार को दोनों को प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर लाया गया है। दोनों को आज रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। ईडी दोनों की रिमांड मांग सकती है। बताया जाता है कि, दोनों आरोपियों को यूपी से प्रिजन वैन से ईडी दफ्तर में लाया गया। 

जेल से आते ही यूपी एसटीएफ ने किया था गिरफ्तार 

उल्लेखनीय है कि, शराब घोटाले मामले में ईओडब्लू ने अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया था. जहां पूछताछ के बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था। इसी बीच हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद अनवर ढेबर के जेल से बाहर आते ही 18 जून की रात यूपी एसटीएफ ने प्रोडक्शन वारंट पर उसे गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद 19 जून को यूपी एसटीएफ उसे अपने साथ ले गई थी। उसके बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए एपी त्रिपाठी को भी साथ लेकर गई थी। तब से दोनों मेरठ जेल में बंद थे।

शराब घोटाले को लेकर ईडी करेगी पूछताछ

उल्लेखनीय है कि, शराब घोटाले मामले में अप्रैल 2024 को ईडी ने नई ECIR दर्ज की थी। जिसके बाद रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई और बाद में न्यायिक रिमांड पर उन्हें जेल भेज दिया गया था। लेकिन ईडी अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी को हिरासत में लेकर पूछताछ नहीं कर पाई थी।

कोर्ट में 10 हजार पन्ने की पेश की गई है चार्जशीट 

छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ के लीकर स्कैम में जुलाई के पहले हफ्ते में PMLA स्पेशल अदालत में चार्जशीट पेश की थी। जहां ईडी ने 10, 200 पन्ने की चार्जशीट पेश कियागया  था। जिसमें रिटायर्ड आईएएस ​​​​​अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक ढिल्लन और आबकारी विभाग में अधिकारी रह चुके एपी त्रिपाठी को घोटाले का मास्टर माइंड बताया था। चार्जशीट में बताया गया है कि, इन लोगों ने मिलकर सरकारी सिस्टम का दुरुपयोग करते हुए बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया। चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि, इन रुपए को कुछ राजनीतिक साझेदारी के साथ बांटा भी गया। चार्जशीट में कारोबारियों और अधिकारियों के बीच हुए वॉट्सऐप चैट से लेकर शराब घोटाले के सिंडिकेट के बीच कामकाज का ब्योरा भी है।

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