रायपुर। छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण में 7 लोकसभा क्षेत्रों के 283 मतदान केंद्रों पर आज तक संचार क्रांति दस्तक नहीं दे सकी है। फोन, मोबाइल या इंटरनेट की सुविधा से दूर इन मतदान केंद्रों में संचार नेटवर्क बहाल नहीं किया जा सका है। इन शेडो एरिया के मतदान केंद्रों में मतदान कराने आयोग द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। ये ऐसे दुर्गम इलाके हैं, जहां लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया सुचारू करने के लिए भी तत्काल लैंडलाइन फोन या इंटरनेट सेवा का पहुंचना संभव नहीं, इस कारण हर मतदान केंद्र से वोट के दिन वेबकास्टिंग का संकल्प पूरा होता नहीं दिख रहा है।
इन मतदान केंद्रों में आपात स्थिति के लिए 324 रनर बनाए गए हैं। शेडो एरिया मतदान केंद्र उसे कहा जाता है, जहां किसी भी संचार नेटवर्क की पहुंच नहीं है। राज्य में 7 लोकसभा के अंतर्गत 18 जिलों में 283 शेडो मतदान केंद्र हैं। शेडो एरिया वाले मतदान केंद्रों पर किसी भी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क नहीं मिलता। ऐसे में सूचना के आदान- प्रदान के लिए चुनाव आयोग राज्य पुलिस के माध्यम से यहां हाई फ्रिक्वेंसी के स्थायी वायरलेस सेट लगाए जाते हैं। यहां पर मतदान दलों को विशेष तौर पर अलर्ट रखा जाता है। आपात स्थिति के लिए रनर तैयार किए जाते हैं, जो मतदान दलों की सहायता करते हैं।
फोर्स की तैनाती में विशेष सावधानी
संचार नेटवर्क से दूर रहने की संवेदनशीलता को भांपते हुार चुनाव आयोग ने सुरक्षा बलों की तैनाती में विशेष सावधानी रखते है। यहां पर अतिरिक्त बलों की व्यवस्था भी की जाती है। ऐसे इलाकों से संबंधित थानों को भी अलर्ट मोड पर रखा जाता है। वहां पुलिस फोर्स की भी अतिरिक्त व्यवस्था की जाती है।
तीसरे चरण में लगेंगे साढ़े 15 हजार कैमरे
राज्य में तीसरे चरण के लिए बनाए गए 15 हजार 701 मतदान केंद्रों में से 7887 मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग कराई जा रही है। प्रत्येक मतदान केंद्र में दो कैमरे लगाए जाएंगे। मतदान केंद्रों की इस माध्यम से केंद्रीय चुनाव आयोग और राज्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से निगरानी की जा सकेगी। तीसरे चरण में कुल 15 हजार 712 कैमरों के माध्यम से मतदान केंद्रों की मॉनिटरिंग की जाएगी। वेबकास्टिंग मॉनिटरिंग के लिए राज्य स्तर पर कमांड कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। यहां पर 16 एलईडी के माध्यम से निगरानी की जाएगी।