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छत्तीसगढ़ के नक्सल क्षेत्रों में चुनाव कराना सुरक्षाबलों और स्थानीय पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित होती है। इसे देखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है।

जीवानंद हलधर- जगदलपुर। छत्तीसगढ के बस्तर जिले में पुलिस लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद पूरी तरह एक्शन में आ गई है। छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर तीन चरण में मतदान होना है। पहली चरण में 19 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट में मतदान होना है, जिसके लिए पुलिस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। 

इस बार बस्तर में लोकसभा चुनाव को सम्पन्न कराने के लिए 4 राज्यों की पुलिस मिलकर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराएगी। इसके साथ ही नक्सल वारदातों को रोकने के लिए सुरक्षा बल भी तैयार हो गए हैं। बस्तर संसदीय सीट से लगे सीमावर्ती राज्य आंधप्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और महाराष्ट्र सीमा पर जवानों को तैनात किया जाएगा। लोकसभा चुनाव की तैयारीयों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय सुरक्षा बलों के हाथों में सौंपा गया है। वहीं सभी राज्यों के पुलिस अफसर एक साथ मिलकर कोआर्डिनेशन करेंगे। 

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम : आईजी

बता दें कि, बस्तर को नक्सलियों का गढ़ मना जाता है। नक्सल क्षेत्र में लगातार जनप्रतिनिधियों की हत्या हो रही है। चुनाव के दौरान ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।इसी के चलते पिछले कुछ महीनों में लगातार नक्सल क्षेत्र में अभियान के तहत नये-नये कैंप खोले गए हैं। बस्तर आईजी सुन्दर राज पी ने कहा कि, लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए सुरक्षा बलों को अलर्ट में रखा गया है। कोर इलाकों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मतदान कराने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है।

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