रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मालवीय रोड में स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर पंचायत ट्रस्ट में चौत्र शुक्ल पंचमी को दूसरे तीर्थंकर अजीत नाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक दिवस के अवसर पर निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया। ट्रस्ट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष संजय जैन नायक और पूर्व उपाध्यक्ष श्रेयश जैन बालू ने बताया कि,शनिवार को जैन धर्म के दूसरे तीर्थंकर भगवान अजीतनाथ जी का मोक्ष कल्याणक दिवस है।
भगवान् आदिनाथ के मोक्ष चले जाने के बाद जब 50 लाख करोड़ सागर वर्ष बीत चुके तब द्वितीय तीर्थंकर का जन्म हुआ था। इनकी आयु भी इसी अन्तराल में सम्मिलित थी। जन्म होते ही, सुन्दर शरीर के धारक तीर्थंकर भगवान् का देवों ने मेरूपर्वत पर जन्माभिषेक कल्याणक किया और अजितनाथ नाम रखा। इन अजितनाथ की बेहतर लाख पूर्व की आयु थी और 4 सौ 50 धनुष शरीर की ऊँचाई थी। अजितनाथ भगवान के शरीर का रंग सुवर्ण के समान पीला था । उन्होंने बाह्य और आभ्यन्तर के समस्त शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर ली थी। जब उनकी आयु का चतुर्थांश बीत चुका तब उन्हें राज्य प्राप्त हुआ । उस समय उन्होंने अपने तेज से सूर्य का तेज जीत लिया था। एक लाख पूर्व कम अपनी आयु के तीन भाग और एक पूर्वागं तक उन्होंने राज्य किया।
ये लोग हुए थे शामिल
इस अवसर पर शनिवार को पार्श्वनाथ बेदी के समक्ष सभी पहुंचे और मंगलाअष्टक का पाठ प्रारंभ कर श्री जी को पांडुशिला में विराजमान किया। इसके बाद रजत कलशों से भगवान का प्रासुक जल से रजत कलशों से अभिषेक किया। इसी चमत्कारिक रिद्धि-सिद्धि सुख शांति प्रदाता शांति धारा की गई। आज की शांति धारा करने का सौभाग्य शैलेंद्र जैन हैंडलूम औरं अक्षत जैन को प्राप्त हुआ।शांति धारा उपरांत आरती कर भगवान अजीत नाथ का पूजन व निर्वाण कांड पढ़ कर सभी उपस्थित धर्म प्रेमी बंधुओ ने निर्माण लाडू चढ़ाया। अंत में विसर्जन पाठ किया गया। इस मौके पर श्रेयश जैन बालू, प्रवीण जैन मामा,महेंद्र कुमार जैन, प्रणीत जैन ,शैलेंद्र जैन,किशोर जैन,समित जैन,और अधिक संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।