रायपुर। महादेव सट्टा एप को लेकर पुलिस ने महाराष्ट्र, पुणे से जिन 26 सटोरियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से जो बैंक अकाउंट जब्त किए गए हैं, उनमें से एक दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट रायपुर तथा दुर्ग में खोले जाने की बात सामने आई है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक जब्त बैंक अकाउंट में एक दिन में पांच से दस लाख रुपए तक के ट्रांजेक्शन किए गए हैं।
पुलिस अफसरों के मुताबिक, पुणे में गिरफ्तार किए गए सटोरियों के कब्जे से जो बैंक अकाउंट जब्त किए गए हैं, उन अकाउंट की प्रारंभिक पड़ताल में 30 करोड़ रुपए लेन-देन करने की जानकारी मिली है।अकाउंट के डिटेल खंगालने पर लेन-देन करने का आंकड़ा 30 करोड़ रुपए से पार जा सकता है। अकाउंट खुलने के बाद से लेकर उसमें अब तक कितने का ट्रांजेक्शन किया गया है, इस संबंध में जानकारी जुटाने पुलिस अफसर संबंधित बैंक को पत्र लिखने की बात कह रहे हैं।
आयकर विभाग की नजरें बचाकर ट्रांजेक्शन
पूर्व में सट्टा संचालित करने जिन सेविंग अकाउंट में एक दिन में लाखों का ट्रांजेक्शन किया गया, उन खाताधारकों को आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया था। आशंका जताई जा रही है महादेव सहा एप से जुड़े सटोरिए बैंक प्रबंधन के साथ मिलीभगत कर सहा संचालित करने जो बैंक अकाउंट खुलवाए थे, उन अकाउंट की जानकारी आयकर विभाग तक नहीं पहुंचे इसके लिए बैंक कर्मियों के साथ साठ-गांठ की होगी।
पप्पू जेठवानी की तलाश में जुटी पुलिस
पैनल लेकर सट्टा संचालित करने के मास्टर माइंड समता कालोनी निवासी पप्पू जेठवानी है, जो अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस को आशंका है कि पप्पू जेठवानी हैवराचाद में छिपा हो सकता है या फिर वह दुबई फरार हो गया है। पप्पू के देश में छिपे होने की स्थिति में पुलिस उसके छिपने के संभावित ठिकानों में छापे की कार्रवाई करने की बात कह रही है।
ट्रांसफर रकम की जानकारी जुटाएंगे
पुलिस अफसरों के मुताबिक, सट्टा संचालित करने जो बैंक अकाउंट खोले गए थे. उन अकाउंट से किन - किन लोगों के अकाउंट में कितनी रकम ट्रांसफर की गाई पुलिस इस बात की भी जानकारी जुटाएगी। इसके साथ अकाउंट से कितने रूपर कैल निकाले गए पुलिस इसकी भी जानकारी जुटाने की बात कह रही है।
पांच से दस लाख तक ट्रांजेक्शन
पुलिस ने जो बैंक अकाउंट जब्त किया है, उसमें पुलिस को जो प्रारंभिक जानकारी मिली है, उसके मुताबिक अकाउंट में एक दिन में पांच से 10 लाख रुपए ट्रांजेक्शन किए गए है। जब्त किए गए अकाउंट सेविंग खाता है। सेविंग अकाउंट हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि सेविंग अकाउंट में एक दिन में पांच से 10 लाख रुपए कैसे ट्रांजेक्शन किया जा सकता है, जबकि बैंक लेन-देन पर आयकर विभाग की निगरानी रहती है।
बैंक कर्मियों की संलिप्तता की जांच
एसएसपी संतोष सिंह के मुताबिक, बैंक कर्मियों की बगैर मिलीभगत के फेक आईडी तथा बगैर आईडी प्रूफ के बैंक अकाउंट खोलना संभव नही है। पुलिस अफसर के अनुसार ज्यादातर बैंक अकाउंट फेक आईडी के खोले गए हैं। अफसर इस संबंध में पड़ताल करने के बाद दोषी बैंक कर्मियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।