रायपुर। ईडी के प्रतिवेदन पर ईओडब्ल्यू ने महादेव सट्टा एप को लेकर अज्ञात पुलिस अफसरों के खिलाफ साजिश और जालसाजी करने का अपराध दर्ज किया है। ईओडब्ल्यू ने दर्ज एफआईआर में एप के प्रमोटर, सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी के नाम भी शामिल हैं। इसके साथ कई अन्य के नाम शामिल हैं। महादेव सट्टा एप मामले में गिरफ्तार गिरीश तलरेजा, सूरज चोखानी की रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर दोनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल कर दिया गया है।
महादेव सट्टा एप मामले में ईडी के वकील ने सोमवार को पूर्व में गिरफ्तार अमित अग्रवाल, नीतीश दीवान और नवीन टिबरेवाल के खिलाफ तीन हजार पन्नों का पूरक चालान पेश किया है। ईडी ने पेश पूरक चालान को लेकर गुरुवार को कोर्ट में सुनवाई होगी। गौरतलब है कि, ईडी ने शराब घोटाला से लेकर महादेव सट्टा एप, माइनिंग घोटाला, चावल घोटाला को लेकर अब तक जो कार्रवाई की है, उन कार्रवाई को लेकर ईडी ने राज्य सरकार को सरकारी कर्मियों की संलिप्तता और अपने पद का दुरुपयोग को लेकर कार्रवाई करने पूर्व में प्रतिवेदन पेश किया है। ईडी ने पेश किए गए प्रतिवेदन के आधार पर ईओडब्ल्यू एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने का काम कर रही है।
ईओडब्लू नए सिरे से जांच करेगी
महादेव एप को लेकर ईडी ने जो प्रतिवेदन पेश किया है, उसमें किसी पुलिस, प्रशासनिक अफसर के नाम नहीं हैं। ईडी ने महादेव सट्टा एप मामले में पूर्व में गिरफ्तार लोगों के बयान के आधार पर महादेव सट्टा एप में पुलिस अफसरों के शामिल होने का उल्लेख किया है। हालांकि पूछताछ में महादेव एप के आरोपियों ने पुलिस अफसरों के नाम का जिक्र किया है। ईओडब्ल्यू अब इस पूरे मामले की नए सिरे से जांच करेगी, तब हो सकता है ईओडब्ल्यू महादेव सट्टा एप में शामिल आरोपियों को नामजद कर सकती है।