अमित गुप्ता- रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के सूर्या विहार में तीन लड़कियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। लड़कियों ने पहले मकान मालकिन के हाथ-पैर को रस्सी से से बांधा फिर घर में रखे ज्वेलरी और कैश लेकर रफूचक्कर हो गए। बताया जा रहा है कि, तीन दिन पहले ही इन लड़कियों को काम पर रखा गया था। जिसके बाद उन्होंने मौके का फायदा उठाते हुए लूट की वारदात को अंजाम दिया। सीसीटीवी में तीन लड़कियों में से दो लड़कियां जींस पैंट और वाइट टी शर्ट पहने हुए दिखाई दे रही हैं।
इस मामले में पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और रायगढ़ स्टेशन चौक स्थित शिवम होटल के पास से तीनों लड़कियों नेहा शर्मा पति जितेन्द्र शर्मा 24 साल निवासी सोनूमुड़ा थाना जूटमिल, राखी चौहान पिता जग्रनाथ चौहान 20 साल निवासी सोनूमुड़ा थाना जूटमिल, ममता महंत पिता अगर दास उम्र 20 साल निवासी सोनूमुड़ा थाना जूटमिल को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी का सामान जब्त कर लिया।
ये है पूरी कहानी
पीड़ित महिला शालिनी अग्रवाल पति दिनेश अग्रवाल उम्र 40 वर्ष निवासी सूर्या विहार कॉलोनी रायगढ़ ने बताया कि, उसके पति दिनेश अग्रवाल क्रेशर व्यवसायी हैं, जो काम के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते हैं। शालिनी रायगढ़ में अकेली ही रहती है, अपने साथ झारसुगुड़ा की रीना को रखी थी जो वापस चली गई। शालिनी ने बताया कि, उसके घर में काम करने वाली सहायिका छुट्टी पर थी इस वजह से उसने मोहल्ले में कॉलोनी में काम करने वाली नीतू को उसके घर काम करने के लिए महिला ढूंढने के लिए कहा था। नीतू ने सोनमुडा की नेहा शर्मा नाम की लड़की से मिलवाया उसने अपने घर काम करने के लिए घर पर रख लिया। नेहा शर्मा 7 जनवरी से घर आकर काम करने लगी थी।
काम पर आई तो दो लड़कियां साथ थीं
रोज की तरह बुधवार 10 जनवरी की सुबह नेहा 8:00 बजे आई उसके साथ दो अन्य लड़कियां भी थीं। नेहा ने कहा कि, उसकी दादी का देहांत हो गया है आज काम करने के बाद दोपहर में उन दोनों लड़कियों के साथ दादी के घर जाएगी। इसके बाद शालिनी नहाने के लिए बाथरूम चली गई और 10 मिनट बाद जैसे ही वह बाथरूम से निकली। वहीं ताक में खड़ी नेहा और उसके साथ आई दोनों लड़कियों ने शालिनी से मारपीट शुरू कर दी। लड़कियों ने शालिनी के मुंह को दुपट्टे से बांध दिया, इतने में शालिनी ने उनके इरादे भांप लिए और उनके काबू में आ गई। शालिनी उन्हें मारपीट न करने की गुहार लगा कर अलमारी की चाबी की जगह बताई। लड़कियों ने आलमारी में रखे रूपये और ज्वेलरी ली और फरार हो गईं। लड़कियों के जाने के बाद शालिनी आस-पड़ोस के लोगों और किरायेदार मुकेश अग्रवाल को जानकारी दी।
तुरंत हरकत में आई पुलिस
जब मामला थाने पहुंचा तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने आरोपियों की तस्वीरें ली और नाकेबंदी की। बस स्टैंड, रेल्वे स्टेशन को साइबर सेल की टीम ने चेक किया। इस दौरान रेल्वे स्टेशन के पास संदिग्ध लड़कियों को पकड़ा गया। वे शिवम लॉज में रूम लेकर रूकी हुई थी। लॉज आकर चेक करने पर उनके बैग में काफी गहने मिले। संदेह के आधार पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। तब लड़कियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
ओडिशा भागने का था प्लान, पहले ही धरी गईं।
मौका पाकर हाथ साफ करने का बनाया था प्लान
घटना को लेकर मुख्य आरोपी नेहा शर्मा ने बताया कि, 3 दिन शालिनी अग्रवाल के घर काम करने के दौरान उसने शालिनी का अकेले रहने और घर में जेवरातों की जानकारी मिली। उसने ही लूट का पूरा प्लान बनाकर मोहल्ले की राखी चौहान और ममता महंत को अपराध में शामिल किया। आरोपियों ने बताया कि लूट के बाद लॉज में रुक कर अगली कोई भी ट्रेन से ओडिशा जाने की तैयारी में थीं। लेकिन इससे पहले ही वे पुलिस के हाथ आ गई। चक्रधरनगर पुलिस लूट के अपराध में आरोपियों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है।