छन्नू खंडेलवाल- मांढर। छत्तीसगढ़ के मांढर में बीजेपी कार्यकर्ता संतोष पटेल की आत्महत्या पर जमकर बवाल हो रहा है। सोमवार को कांग्रेस जांच दल दोन्देकला पहुंचा। जहां उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत की। जांच दल ने पुलिस और बीजेपी सरकार पर सवाल उठाएं हैं। कांग्रेस कल प्रदेश के नेताओं की उपस्थिति में धरना प्रदर्शन करेगी।
कांग्रेस जांच दल को परिजनों ने बताया कि, मृतक संतोष पटेल ने गांव के शराब कोचियों की शिकायत थाने में की थी। जिससे बौखला कर शराब कोचियों ने 14 अगस्त की रात घर में घुसकर मृतक संतोष पटेल घर में घुसकर तलवारबाजी और मारपीट की थी। दरवाजे पर तलवार के स्पष्ट निशान दिखाई दे रहे हैं। साथ ही मृतक संतोष पटेल के शरीर में मारपीट कर गंभीर चोटे पहुंचाई थी। घर में घुसकर जानलेवा हमला करने की शिकायत थाने में करने के बावजूद भी मामूली धारा लगाकर उसी दिन शराब कोचियो को छोड़ दिया गया था।
मांढर में बीजेपी कार्यकर्ता संतोष पटेल की आत्महत्या पर जमकर बवाल हो रहा है। सोमवार को कांग्रेस जांच दल दोन्देकला पहुंचा। जहां उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत की। pic.twitter.com/NTtIpp7Acs
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परिजनों ने की मुआवजे सहित उच्च स्तरीय जांच की मांग
परिवार जनों ने आगे कहा कि, मृतक संतोष पटेल भाजपा का कार्यकर्ता थे। उन्होंने धरसींवा विधायक अनुज शर्मा से भी शिकायत की थी। लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। अपराधियों के ऊपर बड़ी कार्रवाई नहीं होने और भाजपा कार्यकर्ता होने के बावजूद भी अपने पार्टी के जनप्रतिनिधियों के द्वारा नहीं सुने जाने से छुद्ध होकर संतोष पटेल ने आत्महत्या जैसे कदम उठाया है। समाज के लोगों ने 50 लाख रूपये मुआवजा, घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
जांच दल ने उठाये सवाल
वहीं जांच दल के संयोजक विधायक द्वारकाधीश यादव भाटापारा विधायक इंद्र साव पूर्व विधायक अनीता शर्मा पूर्व सांसद छाया वर्मा, जिला अध्यक्ष उधो वर्मा ने मृतक परिवार के दुखों को सुनने के बाद कहां कि, बीजेपी की सरकार के राज में शराब कोचियो का बोलबाला है। नशे के कारोबार करने वालों का बोलबाला है। इस मामले में पुलिस ने अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया है। अगर समय रहते मृतक के शिकायत पर पुलिस बड़ी कार्यवाही करती तो अपराधी जेल में होता। पुलिस समय रहते कार्यवाही करती तो संतोष पटेल जैसे युवा साथी आत्महत्या करने को मजबूर नहीं होता।
सुसाइड नोट क्यों पुलिस नहीं कर रही है सार्वजनिक
कांग्रेस जांच दल के संयोजक द्वारकाधीश यादव ने कहा कि, परिवार जनों के मुताबिक मृतक संतोष पटेल की हत्या हुई है तो इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। पुलिस के मुताबिक अगर संतोष पटेल आत्महत्या किया है तो मृतक के पास दो पेज का सुसाइड नोट मिलने के बारे में पुलिस ने जानकारी दी है। सुसाइड नोट को अभी भी परिवार जनों को क्यों नहीं दिखाया है। आखिर सुसाइड नोट में किन-किन व्यक्तियों का नाम है. पुलिस ने अभी तक उजागर क्यों नहीं किया है। आखिर पुलिस किसको बचाना चाहती थी। विधानसभा थाना वह कौन लोग है, जिनकी वजह से सुसाइड नोट को अभी तक छुपा के रखा गया है। जिसके लिए दोषी विधानसभा थाना प्रभारी है। विधानसभा थाना प्रभारी को सिर्फ लाइन अटैच कर सरकार ने कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति किया गया है. अपराधियों को संरक्षण देने, मृतक को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने एवं पंचनामा बनाते समय मृतक के सुसाइड नोट को सार्वजनिक नहीं किए जाने के खिलाफ विधानसभा थाना प्रभारी के ऊपर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए।
कांग्रेस ने की 50 लाख का मुआवजा देने की मांग
मरार पटेल समाज जनों की मांग पर मृतक के परिवार को छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा 50 लाख मुआवजा परिवार के एक सदस्य की नौकरी एवं मृतक के परिवार जनों को तत्काल ही पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने जाने की बात कही है, पूर्व सांसद छाया वर्मा, पूर्व विधायक अनीता शर्मा, जिला अध्यक्ष उधो वर्मा, पूर्व जनपद अध्यक्ष राजेंद्र बंजारे ने कहा कि, सरकार मृतक के परिवार जनों की मांग पूरी नहीं करेगी तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा
कांग्रेस कल करेगी धरना प्रदर्शन
कांग्रेस ने परिवार जनों को लेकर एवं मरार पटेल समाज के पदाधिकारी को लेकर कल ब्लॉक मुख्यालय धरसीवा में मृतक परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश स्तरीय कांग्रेस का धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है. जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश के वरिष्ठ नेता उपस्थित होंगे।
ये नेता पहुंचे मृतक के घर
विधायक द्वारकाधीश यादव, भाटापारा विधायक इंद्र साव, पूर्व विधायक अनीता शर्मा, पूर्व सांसद छाया वर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उधो वर्मा के साथ रायपुर जिला पंचायत अध्यक्ष डोमेश्वरी वर्मा, पूर्व जनपद अध्यक्ष राजेंद्र बंजारे, कांग्रेस नेता जयंत साहू, कमल भारती, अंकित वर्मा, अमित जांगड़े दोन्देकला पहुंचे। जहां उन्होंने पटेल मरार समाज के पदाधिकारियों से चर्चा की।