छन्नू खंडेलवाल- मांढर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगते धरसीवां जनपद में सबसे बड़ा पंचायत के नाम से जाने वाले ग्राम मांढर को नगर पंचायत बनाने की मांग उठने लगी है। ग्राम सभा की बैठक में सर्वसमिति से प्रस्ताव भी पारित कराया गया है। जनप्रतिनिधि, व्यापारी, ग्रामीण और सभी समाज के लोग नगर पंचायत बनाने की मांग पर सहमति जता रहे हैं।
बता दें कि, मांढर क्षेत्र के आस पास के 20 से 25 गांव के हजारों लोग रोज आकर अपनी जरूरत की चीजों को पूरा करते हैं। साथ ही मांढर, सिलतरा औद्योगिक इलाके से घिरा हुआ है। यहां रेलवे स्टेशन भी स्थित है। रोजाना हजारों की संख्या में विभिन्न लोकल ट्रेनों के माध्यम से अपना सफर तय करते हैं। पूर्व में नगर पंचायत बनाने को लेकर मांग किया जा चुका है, लेकिन पर्याप्त जनसंख्या नहीं होने के कारण नगर पंचायत नहीं बनाया जा सका था। लेकिन अब मांढर की जनसंख्या 10 हजार होने के बाद लोगों में नगर पंचायत बनाने की आस जग रही है।
नगर पंचायत खोलगा विकास का मार्ग
ग्राम पंचायत मांढर को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद से लोगों को समस्याओं का समाधान, निराकरण बड़ी आसानी से हो पाएगा। वार्डवासियों को पेयजल, बिजली, सड़क की समस्या से निजात मिलेगी। मांढर रेलवे स्टेशन में एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव करने की मांग किया जाएगा, जिससे लोगों को यात्रा में आसानी होगी। साथ ही कई विकास कार्यों को लेकर प्रशासन की नजर रहेगी, जिससे मांढर में विकास की लहर बहेगी।
प्रस्ताव की कापी के साथ विधायक को सौंपा गया ज्ञापन
नगर पंचायत बनाने को लेकर ग्रामसभा से पास प्रस्ताव की कॉपी के साथ मांढर के ग्रामीण पुरुषोत्तम साहू, राजेन्द्र पुरी गोस्वामी, नीरज शर्मा, जयराम गुप्ता, बुद्धेश साहू, शेषनाग सेन, ललित कुमार साहू साहित अन्य लोगों ने धरसींवा विधायक अनुज शर्मा को ज्ञापन सौंपा है।