रविकांत सिंह राजपूत- मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ में दुष्कर्म के मामले में फरार आरोपी प्राचार्य के स्कूल में गैर हाजिर रहने के बावजूद शिक्षा विभाग ने उसे वेतन भुगतान कर दिया है। यह पूरा मामला एमसीबी जिले के भरतपुर विकासखंड के डोम्हरा स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है।
मिली जानकारी के अनुसार, स्कूल के प्राचार्य महेश प्रसाद अहिरवार के खिलाफ मध्यप्रदेश के सीधी थाना में 35 वर्षीय महिला ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है। जिसके बाद प्राचार्य पुलिस से बचने के लिए फरार हो गए हैं। प्राचार्य 3 दिन की छुट्टी लेकर अन्य शिक्षक को प्रभार देकर स्कूल से चले गए थे. लेकिन अब तक लौटकर नहीं आए और वर्तमान में फरार चल रहे हैं। इधर प्राचार्य के गैर हाजिर रहने के बावजूद शिक्षा विभाग ने उन्हें मई, जून महीने का पेमेंट भुगतान कर दिया है। मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी अपनी सफाई दे रहे हैं।
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विभाग की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
इस मामले को लेकर स्कूल के शिक्षक और बच्चों का कहना है कि, प्राचार्य कई महीने से स्कूल नहीं आ रहे हैं। प्राचार्य की अनुपस्थिति से पूरे स्कूल का संचालन अस्त-व्यस्त हो गया है। शिक्षक भी लापरवाही बरतते हुए बच्चों को सही शिक्षा नहीं दे रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि प्राचार्य की गैर मौजूदगी के बावजूद उनका वेतन कैसे जारी हो रहा है? यह सवाल विभाग की कार्यशैली पर भी संदेह उत्पन्न करता है। क्या विभागीय अधिकारी इस मामले से अनजान हैं या फिर यहां कोई मिलीभगत है? इस गंभीर स्थिति की निष्पक्ष जांच की मांग उठ रही है। ताकि दोषियों का पता लगाया जा सके और छात्रों के भविष्य को बचाया जा सके।
शिक्षक बोले- जुलाई से गायब हैं प्राचार्य
इस पूरे मामले पर स्कूल के शिक्षक कृष्ण कुमार वर्मा ने कहा कि प्राचार्य अंतिम बार जुलाई महीने में विद्यालय आए थे और उसके बाद से वो गायब हैं। उनकी अनुपस्थिति के बावजूद वेतन जारी होने पर अन्य शिक्षकों ने भी सवाल उठाए हैं।
DEO बोले- जांच के बाद जॉइंट डायरेक्टर को भेजेंगे प्रतिवेदन
इधर जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा ने कहा कि, डोम्हरा स्कूल के प्राचार्य महेश प्रसाद अहिरवार के खिलाफ मध्यप्रदेश में पुलिस केस हुआ है। इसकी जानकारी हमें जुलाई में मिली और उनका वेतन रोक दिया गया है। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद मई, जून महीने में वे स्कूल नहीं आए। मामले की जांच विकासखंड शिक्षा अधिकारी कर रहे हैं, जांच प्रतिवेदन जॉइंट डायरेक्टर को भेजेंगे।