रायपुर। माइनिंग घोटाला तथा महादेव सट्टा एप मामले में ईओडब्लू ने शुक्रवार को ईओडब्लू की विशेष अदालत में चालान पेश किया। महादेव सट्टा एप को लेकर जांच एजेंसी ने छह हजार तथा माइनिंग घोटाला मामले में 10 हजार पन्नों का कोर्ट में चालान पेश किया है। गौरतलब है कि जांच एजेंसी गुरुवार को कोर्ट में चालान पेश करने वाली थी, लेकिन तकनीकी कारणों से जांच एजेंसी ने दूसरे दिन चालान पेश किया है।
गौरतलब है कि, चालान पेश करने के पूर्व बचाव पक्ष तथा जांच एजेंसी के वकील के बीच कोर्ट में लंबी बहस हुई। उसके बाद चालान पेश किया गया। बचाव पक्ष के वकील ने अपने पक्षकार को झूठे केस में फंसाए जाने का आरोप लगाया, जबकि जांच एजेंसी के वकील ने कोर्ट को बताया कि जिन लोगों को सट्टा एप मामले में तथा माइनिंग घोटाला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।
महादेव सट्टा एप मामले में चार फरार
महादेव सट्टा एप मामले में सट्टा के प्रमोटर्स तथा संचालक सतीश चन्द्राकर, सौरभ चन्द्राकर, रवि उप्पल एवं शुभम सोनी अब तक फरार हैं। फरार आरोपियों सहित कुल 14 लोगों के खिलाफ जांच एजेंसी ने कोर्ट में चालान पेश किया है। जिन लोगों के खिलाफ चालान पेश किया गया है, उनमें फरार चार आरोपी के अलावा रितेश कुमार यादव, राहुल वक्टे, चन्द्रभूषण वर्मा, सुनील कुमार दम्मानी, भीम सिंह यादव, अमित कुमार अग्रवाल, अर्जुन सिंह यादव, नीतिश दीवान, सतीश चंद्राकर तथा किशनलाल वर्मा के नाम शामिल हैं।
बचाव पक्ष के वकील को नहीं मिली चालान की कॉपी
कोर्ट में चालान पेश करते समय चालान की कॉपी नहीं मिलने पर बचाव पक्ष के वकीलों ने आपत्ति दर्ज की। गौरतलब है कि महादेव सट्टा एप तथा माइनिंग घोटाला को लेकर ईओडब्लू के वकील ने केवल कोर्ट में चालान पेश किया है। ईओडब्लू ने बचाव पक्ष के वकील को सोमवार अथवा मंगलवार को चालान की कॉपी देने की बात कही है।
माइनिंग घोटाले में इनके खिलाफ चालान
माइनिंग घोटाला मामले में जिन 15 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया गया है, उनमें राज्य प्रशासनिक सेवा की निलंबित अफसर सौम्या चौरसिया के साथ ही निलंबित आईएएस रानू साहू, समीर विश्नोई खनिज विभाग के निलंबित अफसर शिवशंकर नाग, संदीप कुमार नायक के साथ ही सूर्यकांत तिवारी, निखिल चंद्राकर, लक्ष्मीकांत तिवारी, हेमंत जायसवाल, चंद्रप्रकाश जायसवाल, शेख मोइनुद्दीन कुरैशी, पारेख कुरें, राहुल सिंह, रोशन कुमार सिंह तथा वीरेन्द्र जायसवाल का नाम शामिल है।