रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को लेकर राजनीति तेज हो गयी है। बीजेपी के जीत के दावे पर पीसीसी चीफ दीपक बैज के नक्सलवाद कभी खत्म ना होने का बयान दिया था। जिसको लेकर मंत्री केदार कश्यप ने तंज कसते हुए कहा कि, जो हत्याएं हो रही है जो घटनाएं घटित हो रही हैं वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं।लेकिन इस पर कांग्रेस पार्टी को बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि, यह वही कांग्रेस पार्टी है जो झीरम कांड के सबूत को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते थे कि, सबूत हमारे जेब में रखे हुए हैं। 5 साल बीत चुके लेकिन सरकार में रहने के बावजूद वे सबूत प्रस्तुत नहीं कर पाए। किसको आखिर वह बचाना चाहते थे और कौन थे जो झीराम कांड में फंस रहे थे ? इस सवाल का जवाब कांग्रेस पार्टी को देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, रंजीत रंजन जो है, वह जाकर कहते हैं कि नक्सली उनके भाई जैसे हैं और यह उनके वक्तव्य है। अभी भी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता छत्तीसगढ़ में जो नक्सली मारे गए हैं।
4 जून को कांग्रेस को करना पड़ेगा करारी हार का सामना
सचिन पायलट ने कहा था कि, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है और कांग्रेस पार्टी सरकार बना रही है। उनके इस बयान पर मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, सचिन पायलट को यह नहीं मालूम कि, राहुल गांधी के जो सलाहकार हैं वो सलाह दे रहे होंगे। इसलिए गलतफहमियां पाल के रखे हैं। लेकिन 4 जून को वास्तविकता सामने आ जाएगी और कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ेगा।
पीसीसी का मतलब पार्टी ऑफ करप्शन एंड क्राइम है
पीसीसी का अर्थ बताते हुए मंत्री केदार कश्यप ने ककसते हुए कहा कि, प्रदेश में पीसीसी का जो मतलब है। जिस तरह से कांग्रेस पार्टी चल रही है पूरे देश में P का मतलब पार्टी... C का मतलब क्राइम... C का मतलब करप्शन है। महादेव सट्टा ऐप मामले में बयान देते हुए उन्होंने पीसीसी को बताया पार्टी ऑफ करप्शन एंड क्राइम है। श्री कश्यप ने आगे कहा कि, कांग्रेस के लोग कुछ भी कर सकते हैं। कांग्रेस के लोग किसी को भी संरक्षण दे सकते हैं। 5 सालों में कांग्रेस के लोगों ने भ्रष्टाचार करने वालों को संरक्षण दिया है। साहिल की गिरफ्तारी से बहुत कुछ पता चलेगा।