रायपुर। छत्तीसगढ़ में मॉब लिंचिंग केस में पुलिस ने BJYM नेता सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसको लेकर बजरंग दल भड़क गया और बजरंगियों ने साधु-संतों के साथ मिलकर बुधवार को जेल भरो आंदोलन के लिए राजधानी रायपुर की तरफ कूंच कर दिया। जहां बजरंगियो ने चारों की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए रायपुर के सिटी कोतवाली थाने का घेराव कर दिया। बजरंगी थाने के बाहर ही प्रदर्शन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं।
थाने के बाहर पढ़ रहे हैं हनुमान चालीसा
छत्तीसगढ़ के बजरंगियों के समर्थन में चित्रकूट से राजीव लोचन महाराज, सर्वेश्वर दास महाराज और आचार्य वेद प्रकाश समेत करीब 5 हजार बजरंग दल कार्यकर्ता गिरफ्तारी देने थाने पहुंचे हैं। जहां थाने के बाहर बजरंगियों का हंगामा जारी है। इस आंदोलन के दौरान बड़ा बवाल न हो इसलिए पुलिस भी एहतियात बरत रही है। राजधानी रायपुर के 4 ASP, 10 CSP, DSP और 15 से 20 थाना प्रभारी मौके पर मौजूद हैं।
Is this the justice of law in Chattisgarh?
— JAI SHREE RAM SENA (@officeofJsrs) June 26, 2024
Is this the result of saving our Gau Mata?
We need answers .@CG_Police @ChhattisgarhCMO @RaipurPoliceCG @brijmohan_ag, this arrest is unacceptable. #westandwithharshmishra pic.twitter.com/0jqX3uEUdj
जस्टिस फॉर गौ रक्षक के नाम से किया पोस्ट
गिरफ्तारी को लेकर जय श्री राम सेना ने सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म्स पर जस्टिस फॉर गौ रक्षक का ट्वीट किया। जिसमे उन्होंने मॉब लिचिंग केस में जेल में बंद हर्ष मिश्रा के समर्थन में पोस्ट किया। जिसके बाद बड़ी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता अपने- अपने जिलों से राजधानी रायपुर के लिए निकल पड़े। जहां उन्होंने हर्ष मिश्रा की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए सिटी कोतवाली थाना का घेराव कर दिया है।
संत बोले- चारों गौ-रक्षकों को छोड़ा जाय, नहीं तो आएंगे 100 करोड़ हिंदू
प्रदर्शन के दौरान संतों ने कहा कि, अभी हजार आए हैं और 10 हजार पीछे खड़े हैं। पुलिस अगर चारों गौ-रक्षकों को नहीं छोड़ेगी तो 10 लाख हिंदू यहां आएंगे। इसके बाद 10 करोड़, फिर 100 करोड़ लोग आएंगे। जिन गौ-रक्षकों ने गाय की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है. उन्हें गलत धारा लगाकर पकड़ा गया है। संतो ने आगे कहा कि, उन्हें ऐसे गिरफ्तार किया गया मानों जैसे आतंकवादी को पकड़ा हो। डायल-112 के सामने सहारनपुर के तस्कर नदी में कूद गए। उन्हें पता नहीं था कि, पुल में पानी है या नहीं। राम, सनातन और गाय का विरोध होता है, उनके लिए समुद्र सूख गई। उनके लिए महानदी सूख गई हम क्या करें।