Logo
मोहला, मानपुर- अंबागढ़, चौकी जिले से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली पुलिस के सामने दो हार्डकोर महिला माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। दोनों नक्सलियों के सिर पर 10 लाख का इनाम घोषित था। 

एनिशपुरी गोस्वामी- मोहला। छत्तीसगढ़ मोहला, मानपुर- अंबागढ़, चौकी जिले से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में सुरक्षा बलों के ताबड़तोड़ एक्शन से नक्सली संगठनों की जड़ें अब उखड़ने लगी हैं। महाराष्ट्र राज्य के नक्सली पैठ वाले गढ़चिरौली जिले में सुरक्षा बलों के एनकाउंटर से माओवादी खौपजदा है। इसी कड़ी में बुधवार को दो हार्डकोर महिला नक्सलियों ने लाल आतंक का साथ छोड़कर आत्मसमर्पण किया है। 

Both female Naxalites surrendered
आत्मसमर्पित दोनों महिला नक्सली  

उल्लेखनीय है कि, शीर्ष माओवादी नेताओं के खोखले दावों से निराश और आम नागरिकों के खिलाफ उनकी हिंसा से निराश, प्रतिबंधित सीपीआई  के सदस्यों की एक बड़ी संख्या 2005 से महाराष्ट्र सरकार द्वारा लागू समर्पण पुनर्वास नीति की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इस नीति के प्रभावी कार्यान्वयन की बदौलत अब तक कुल 693 सक्रिय माओवादियों ने गढ़चिरौली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।दो कट्टर महिला माओवादी शामला ज़ुरु पुडो लीला, पीपीसीएम/सेक्शन कमांडर, कंपनी नंबर 10, उम्र 36 वर्ष, निवासी गट्टेपल्ली, तहसील एतापल्ली, जिला गढ़चिरौली और काजल मंगरू वड्डे उर्फ़ लिम्मी, पार्टी सदस्य, भमरगड एलओएस, 24 वर्ष, ग्राम नेलगुंडा, तहसील भामरागड। दोनों ने गढ़चिरौली पुलिस और सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। 

कई नक्सल घटनाओं में थे शामिल 

कंपनी कमांडर शामला पुडो पर महाराष्ट्र शासन के द्वारा 8 लाख और सदस्य काजल मंगरु के ऊपर 2 लाख का इनाम घोषित किया गया था।  महाराष्ट्र नक्सल सेल के अनुसार, दोनों महिला नक्सली विगत कई वर्षों से नक्सली संगठन में काम करते हुए कई घातक वारदातों को अंजाम दिया था।

5379487