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रायपुर जेल में कोयला घोटाला, शराब घोटाला, महादेव ऐप से सट्‌टा खिलाने वाले आरोपियों और रसूखदार कैदियों को बकायदा वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं। इतना ही इन्हें बल्कि इन्हें तंबाकू, गांजा और मोबाइल भी दिया जाता है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जेल हमेशा से सुर्खियों में रही है और रसूखदार कैदियों को VIP सुविधा देने की घटनाएं कई बार निकलकर सामने आई है। इसी कड़ी में जेल से छूटे एक बंदी ने बड़ा खुलासा किया है। जिसमें उसने बताया कि, कोयला घोटाला, शराब घोटाला, महादेव ऐप से सट्‌टा खिलाने वाले आरोपियों और रसूखदार कैदियों को बकायदा वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं। 

जिसमें इन घोटालेबाजों और आरोपियों को शराब और सिगरेट के साथ फ्रिज, टीवी और माइक्रोवेव की सुविधा दी जा रही है। इतना ही नहीं जेल में बैठे सट्टेबाज आरोपी मोबाइल के जरिए ऑनलाइन सट्‌टा खेल और खिला रहे हैं। इस सुविधा का खुलासा कुछ दिनों पहले जेल से छूटे एक कैदी राकेश सिंह बैस ने दी है। राकेश बैस ने मिडिया को बताया कि, जेल में बंद रसूखदार और VIP कैदियों को एक के बढ़कर एक सुविधाएं दी जाती हैं। जिसकी एवज में जेल स्टाफ उनसे पैसे लेता है। इस खेल में जेल प्रबंधन, जेल में पदस्थ अस्पताल प्रबंधन के सदस्य भी शामिल हैं। उन्होंने पैसे कमाने के चक्कर में आम बंदियों को प्रताड़ित करने और मारपीट करने का आरोप इस पूर्व कैदी ने जेल स्टाफ पर लगाया है।

रायपुर जेल की रेट लिस्ट 

आइये आपको हम रायपुर जेल की जेल मेन्यू से भी अवगत कराते हैं। जो तंबाखू बाजार में 3 रुपये की मिलती है, जेल में उसके लिए आपको 250-300 रुपये देने पड़ेंगे। सिगरेट छोटी गोल्ड फ्लेक बाजार में 90 रुपये की मिलती है, वो आपको जेल में 1 हजार की मिल जाएगी। रजनीगंधा का छोटा पैकेट जो बाजार में 10 रूपये का मिलता वो आपको जेल में 100 रुपये का मिलेगा। रजनीगंधा जीपर जो बाजार में 70 रुपये का मिलता है, वो आपको 600 रुपये का मिल जायेगा। इतना ही नहीं यदि आप गांजा पीते हैं तो एक पैकेट गंजे की कीमत 1000 रुपये है और यदि आपको एक कली चाहिए तो आपको 100 रुपये देने होंगे। साथ ही यदि आप शराब के शौकीन हैं तो उसके लिए ब्रांड अनुसार अलग-अलग रेट तय है। 

जेल में ये कैदी इस्तेमाल करते हैं तंबाकू, गांजा और मोबाइल 

राकेश सिंह बैस की मानें तो यह वीआईपी सुविधा जेल में बंद सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, सतीश चंद्राकर, अरविंद सिंह, भीम सिंह यादव, निखिल चंद्राकर और खनिज विभाग के अधिकारी नाग को सुविधा दी जा रही है। इन आरोपियों के लिए अस्पताल के बावर्ची से खाना बनवाकर इन्हें दिया जाता है। इतना ही इन्हें बल्कि इन्हें तंबाकू, गांजा और मोबाइल भी दिया जाता है और इन लोगों के मुलाकातियों को अतिरिक्त मुलाकात का समय दिया जाता है। 

मुख्य न्यायाधीश को झूठ बोलकर 10 नंबर सेल किया सील 

उन्होंने आगे कहा कि, जब मैं जेल में था तो उस दौरान मुख्य न्यायाधीश का दौरा हुआ था। तब जेल प्रबंधन ने चीफ जस्टिस को भी गुमराह कर दिया था। जेल प्रबंधन ने 10 नंबर सेल को बाहर से सील कर कैदियों को उनके वार्ड में भेज दिया। साथ ही जेल प्रहरियों को निर्देश दिया कि, यदि कोई पूछे तो यहां कोई नहीं है कह देना। जब जेल प्रबंधन ने यह कारनामा किया तब सभी VIP कैदी इसी सेल में बंद थे। 

जेल में जगह के लिए भी हो रही पैसों की उगाही 

राकेश सिंह बैस ने आगे बताया कि, जेल की सेल में क्षमता से अधिक कैदी हैं। ऐसे में कैदियों को सेल में जगह लेने के लिए अलग से पैसा देना होता है। इसके लिए जमीन में लगी टाइल्स के आधार पर गोला बनाकर जगह मिलती है। दो टाइल्स की एवज में 2 से 3 हजार रुपए लिए जाते हैं। जो कैदी नहीं देते उन्हें जगह के लिए भी परेशान होना पड़ता है।

कौन हैं खुलासा करने वाले राकेश बैज 

1 वर्ष पहले राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह बैस को पुलिस 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। उन्होंने 2021-2022 मंडी निरीक्षक, उप निरीक्षक खादय निरीक्षक, अन्य विभागों में भर्ती में नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों से धोखाधड़ी की थी। जिसके बाद डीडी नगर पुलिस ने लोगों की शिकायत पर उन्हें गिरफ्तार किया था। 

राकेश सिंह बैस
राकेश सिंह बैस
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