Logo
नगरी में लोगों को रोजगार दिलाने और व्यवसाय से जोड़ कर आर्थिक स्थिति मजबूत करने की उद्देश्य से शासन द्वारा लाखों रुपए की लागत से कांप्लेक्स का निर्माण किया गया था। लेकिन अब यह खंडहर में तब्दील हो चूका है। 

अंगेश हिरवानी- नगरी। छत्तीसगढ़ के नगरी  में लोगों को रोजगार दिलाने और व्यवसाय से जोड़ कर आर्थिक स्थिति मजबूत करने की उद्देश्य से शासन द्वारा लाखों रुपए की लागत से कांप्लेक्स का निर्माण किया गया था। कांप्लेक्स को बने हुए 10 साल बीत गए, लेकिन इसका उपयोग नहीं किया गया। 

यह कांप्लेक्स अब जर्जर हो चुका है और आसपास कचड़े का ढेर में पड़ा हुआ है। जंगल पारा रोड़ मे कृषि विभाग कार्यालय के समीप में 18 कांप्लेक्स का भवन निर्माण किया गया है, जो पांच साल बीत गया की कांप्लेक्स में सटर नही लगाया गया। वहीं सिहावा रोड में गुड़ियारी तालाब के पास सात कांप्लेक्स बनाया गया है। 10 वर्ष बीत गया लेकिन इसका उपयोग नहीं हुआ। 

बजट से ज्यादा हुआ खर्च- नगर पंचायत अध्यक्ष

इस मामले को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष आराधना शुक्ला ने कहा कि, अटल काम्प्लेक्स की निलामी की जायेगी। यह बयान हास्यास्पद है, लाखों रूपये से बना यह काम्प्लेक्स जर्जर हो गया है। उसकी मरम्मत में ही लाखों रूपये खर्च हो जायेगा। अध्यक्ष श्रीमती शुक्ला ने आगे कहा कि, कृषि विभाग कार्यालय गायत्री मन्दिर के पास बने अटल काम्प्लेक्स भवन अधूरा इसलिए है कि बजट (स्वीकृति) राशि से अधिक कार्य हो गया है। जिसके कारण कार्य अधुरा पड़ा है और पुराना बस स्टैंड में अटल काम्प्लेक्स भवन निर्माण कार्य जारी है।

बीजेपी के पास नहीं है ठोस योजना- कांग्रेस नेता 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पेमन स्वणबेर ने कहा कि, विगत 15 वर्षों से नगर पंचायत नगरी में भाजपा के लोग ही नगर पंचायत अध्यक्ष के पद पर आसीन रहे हैं। इनके पास भविष्य की कोई ठोस योजना नहीं होने का ही परिणाम है कि 15 वर्षों में नगर पंचायत में विकास कार्यों की योजनाबद्ध तरीके से कार्य नहीं किया गया। जिसके चलते आज यह स्थिति बनी हुई है। भविष्य में भी अगर भाजपा की नगर पंचायत अध्यक्ष बनता है तो आमजनताओ के हित में ना सोचकर फिर लाखों करोड़ों रूपये की बर्बादी होगी। 

इसे भी पढ़ें... हाथी का बच्चा बना काल : घर में सो रही 3 साल की बच्ची को कुचलकर मार डाला, गांव में फैली दहशत 

खंडहर में तब्दील हुआ काम्प्लेक्स 

उन्होंने आगे कहा कि, आमजनों के हित के लिए शासन विकास कार्य हेतु राशि स्वीकृत प्रदान करता है। नगर पंचायत नगरी में विकास कार्यों में कमीशनखोरी का खेल चलता है। जिसका उदाहरण है, वर्तमान सिहावा रोड़ पर बना अटल काम्प्लेक्स भवन जर्जर हो चुका है। भवन बना पर ना ही लोकार्पण हुआ ना हीं लोगों को अटल काम्प्लेक्स का आंबटन किया गया। वर्तमान में वह भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है।

5379487